पटना, 09 जुलाई।
बिहार बंद के समर्थन में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस वरिष्ठ नेता राहुल गांधी, पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, वामदल के दीपांकर भट्टाचार्य, वीआईपी के मुकेश सहनी और पूर्णिया सांसद पप्पू यादव पटना में इंडिया गठबंधन के कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ प्रदर्शन कर रहे हैं। तीन नेता इनकमटैक्स गोलंबर पर पहुंच चुके हैं। तीनों यहां से चुनाव आयोग के ऑफिस तक जाएंगे। वहीं विपक्षी दलों के कार्यकर्ता एनडीए सरकार के विरोध में नारेबाजी कर रहे हैं। बिहार बंद का असर मधुबनी जिले में भी स्पष्ट रूप से देखा जा रहा है। मधुबनी के दरभंगा-सुपौल रेलखंड स्थित परसा हॉल्ट पर राजद कार्यकर्ताओं ने ट्रेन को रोककर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने चुनाव आयोग और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की, जिससे रेलवे यातायात बाधित हो गया। इंडिया गठबंधन की महिला कार्यकर्ताओं ने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा किए गए निर्णय के खिलाफ हमलोग एकजुट हुए हैं। चुनाव आयोग बिहार की जनता के साथ अन्याय नहीं कर सकती है। पटना, जहानाबाद और भोजपुर में भी ट्रेनें रोक दी गई है। आरा स्टेशन पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने फरक्का एक्सप्रेस रोक प्रदर्शन कर रहे हैं। राजधानी में भी जाम का असर दिखने लगा है। विपक्षी दलों के कार्यकर्ता चुनाव आयोग के दफ्तर के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं पप्पू यादव पटना के सचिवालय हॉल्ट और अपने समर्थकों के साथ ट्रेन रोककर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। सभी लोग मतदाता पुनरीक्षण काम को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। सीवान में भी बिहार बंद का असर देखने को मिल रहा है। विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने बड़े-बड़े वाहनों को सडक़ पर लगाकर यातायात को बाधित कर दिया है। इस दौरान, दुकानों को भी बंद कराया जा रहा है और प्रदर्शनकारी झंडा-बैनर लेकर इलेक्शन कमीशन का आदेश वापस लो के नारे लगा रहे हैं। आगजनी की घटनाएं भी सामने आई हैं, जहां प्रदर्शनकारियों ने गाडिय़ों को रोका है। वैशाली में भी बंद का असर देखने को मिल रहा है। राजद विधायक मुकेश रोशन के नेतृत्व में पूरा विपक्ष सडक़ पर उतर गया है। कार्यकर्ताओं ने पटना को उत्तर बिहार से जोडऩे वाले पुल महात्मा गांधी सेतु को जाम कर दिया है। इस कारण गांधी सेतु पर आवागमन बाधित हो गई। इससे जाम लग गया है। लोग अपने गन्तव्य तक पैदल ही जा रहे हैं। विपक्ष के कार्यकर्ता सडक़ पर टायर जलाकर आगजनी कर रहे और चुनाव आयोग के विरोध में नारेबाजी कर रहे हैं। इंडिया महागठबंधन के द्वारा बुलाते गए बिहार बंद को लेकर आज के मुजफ्फरपुर के जीरो माइल चौक पर बंद समर्थकों ने पटना-गया, मुजफ्फरपुर-दरभंगा हाईवे जाम कर दिया। शहर के चौक-चौराहों पर विपक्ष के कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। राजद कार्यकर्ताओं ने केंद्र की सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। कहा कि केंद्र सरकार के इशारे पर चुनाव आयोग द्वारा बिहार में पूर्ण मतदाता पुनरीक्षण कार्य कराया जा रहा है जो गरीब शोषित वंचितों के लिए उचित नहीं है।
बिहार बंद को लेकर राजद नेताओ ने दरभंगा जंक्शन पर नमो भारत ट्रेन रोक दी। चक्काजाम कर हृष्ठ्र सरकार और चुनाव आयोग से मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण को बंद करने की मांग की।
वही रेल चक्का जाम कर रहे राजद नेता प्रेमचंद्र उर्फ भोलू यादव ने कहा कि मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण का कार्य कमजोर और पिछड़े वर्गों को मतदान के अधिकार से वंचित करने की साजिश है। केंद्र की सरकार चुनाव आयोग पर दबाव बनाकर पुनरीक्षण कार्य करवा रही है। वही भोलू यादव ने कहा कि अगर सरकार हम लोगों की मांगों पर विचार नहीं करती है तो हम लोग आंदोलन को उग्र करेंगे। पटना जिले के मनेर, बिहटा सहित कई जगहों पर इंडिया गठबंधन के नेताओं ने टायर जलाकर अगजनी करते हुए चक्का जाम किया। इस दौरान मनेर में राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं ने राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर विरोध प्रदर्शन करते हुए काले नियम को वापस लेने की मांग की। राजद व भाकपा माले नेताओ ने महिनावा में सडक़ जाम करते हुए विरोध जताया। इस दौरान महागठबंधन के नेताओं ने भाजपा और मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सडक़ जाम के कारण गाडिय़ों की कतार सडक़ पर लगी रही।
मनेर में राजद नेता ललन सिंह के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन करते हुए सडक़ को जाम किया गया। इस दौरान महागठबंधन के नेताओं ने कहा कि जिस तरह देश में भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार मोदी सरकार ने नोटबंदी करने का काम किया था। इस तरह बिहार में चुनाव के पहले वोट बंदी करने का काम किया है। जिसे बिहार के कई तीन करोड़ से ज्यादा लोगों का मतदाता सूची से नाम बाहर हो जाएगा। बिहार की जनता सरकार बिहार से बदलने के मूड में है।