न्यूयॉर्क।अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ जनता का गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है। राष्ट्रव्यापी आंदोलन के दो हफ्ते बाद पूरे अमेरिका में दोबारा लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी ट्रंप की नीतियों का विरोध करने में जुटे हैं। सडक़ पर उतरे लोगों ने ट्रंप को लोकतंत्र के लिए खतरा बताया। डेनवर में सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारी कोलोराडो राज्य कैपिटल में जुटे। उन्होंने आप्रवासियों के साथ एकजुटता व्यक्त की। लोगों ने बैनरों पर लिख रखा था कि हाथ मत लगाओ। कुछ लोगों ने अमेरिका का झंडा फहराया तो कुछ ने उसे उल्टा कर दिया, ताकि यह बताया जा सके कि देश में संकट का समय चल रहा है।हजारों की संख्या में लोगों ने पोर्टलैंड के ओरेगन में डाउनटाइउन तक मार्च किया। उधर, सैन फ्रांसिस्को में सैकड़ों लोगों ने प्रशांत महासागर के किनारे विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया। यहां लोगों ने ट्रंप के खिलाफ महाभियोग लगाओ और हटाओ के बैनर लेकर पहुंचे। अलास्का के डाउनटाउन में भी ऐसा ही प्रदर्शन देखने को मिला। कुछ स्थानों पर टेस्ला कार डीलरशिप के सामने भी लोगों ने अपने गुस्से का इजहार किया। टेस्ला के मालिक एलन मस्क डोनाल्ड ट्रंप के करीबी हैं। ट्रंप ने उन्हें सरकारी दक्षता विभाग की जिम्मेदारी दे रखी है।
मस्क के आदेश पर ही कई विभागों में छंटनी की गई। इसी वजह से अमेरिका की जनता मस्क से भी खफा है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे ट्रंप के नागरिक अधिकारों और संवैधानिक उल्लंघनों के खिलाफ हैं। न्यूयॉर्क में हाथों में तख्तियां लेकर लोगों की भीड़ मुख्य पुस्तकालय के बाहर जुटी। इन तख्तियों में अमेरिका में कोई राजा नहीं और अत्याचार का विरोध करें जैसे नारे लिखे थे। एक व्यक्ति के कार्डबोर्ड पर लिखा था कि सामंती युग समाप्त हो गया है।