चरचा कालरी। छत्तीसगढ़ में निवेशकों को भारी रिटर्न का लालच देकर ठगने की घटनाएँ निरंतर बढ़ती जा रही हैं। हाल ही में सूरजपुर जिले के शिव प्रसाद नगर में अश$फाकउल्ला नामक व्यक्ति द्वारा चलाए गए निवेश घोटाले में हजारों लोग कठिन परिश्रम की अपनी गाढ़ी कमाई गंवा चुके हैं। अब उसी तर्ज पर एसडीएम नाम की एक कंपनी चरचा कालरी में सक्रिय है, जो निवेशकों को सालाना 60 प्रतिशत रिटर्न देने का दावा कर रही है।
इस स्कीम में मल्टी-लेवल मार्केटिंग का तडक़ा लगाकर इसे और मजबूत बनाया गया है, जिससे लोगों को लंबे समय तक इस जाल में फँसाया जा सके। कोरिया जिले के चरचा कालरी में कार्यरत कॉलरी कर्मचारी गौतम सिंह गोवर्धन इस कंपनी का मुख्य एजेंट है गौतम सिंह के द्वारा स्थानीय लोगों को कम समय में ज्यादा लाभ दिलाने का लालच देकर लगभग 25 करोड रुपए का निवेश कराया जा चुका है एजेंट गौतम सिंह लोगों को कहता है कि आप बैंकों में पैसा जमा न करें वहां आपको ज्यादा ब्याज नहीं मिलेगा उससे ज्यादा हमारी कंपनी आपको हर महीने 5त्न लाभ देगी अर्थात एक लाख रुपए जमा करने पर प्रतिमा 5000 ब्याज लाभ मिलेगा जबकि बैंकों में जमा करने पर मात्र 750 रुपए प्रति माह मिलते हैं इस प्रकार एसपीडीएम कंपनी के द्वारा एक लाख रुपए जमा करने पर 1 साल में 60000 रुपए ब्याज के रूप में लाभ दिया जाएगा जबकि बैंकों से मात्र 9 हजार सालाना की हीआय होगी सूत्रों के अनुसार इस एजेंट के द्वारा लोगों को गारंटी के बतौर अपना बैंक खाता का ब्लैक चेक भी दिया गया है जिससे निवेश करने वाले कर्मचारी भरोसा कर लेते हैं विदित हो कि रिजर्व बैंक ऑ$फ इंडिया, अदानी समूह ,अंबानी समूह आदि हजारों करोड़ों का टर्नओवर करने वाली देश की बड़ी-बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियां भी इतना ब्याज नहीं देती हैं जबकि इन कंपनियों के पास बड़े-बड़े उद्योग कल कारखाने हैं इसके विपरीत एसडीएम कंपनी का अपना कोई निजी कारखाना उद्योग नहीं है ऐसी स्थिति में यह जांच का विषय है की एसपीडीएम कंपनी की आय का स्रोत क्या है ,निवेशकों को दी जाने वाली भारी भरकम ब्याज की राशि कहां से हासिल की जाती है इसके अतिरिक्त क्या गारंटी है कि ब्याज की राशि निरंतर मिलती रहेगी और निवेशकों का रकम सुरक्षित रहेगा।
स्थानीय एजेंट के द्वारा कॉलरी कर्मचारी को ज्यादा लाभ कमाने का प्रलोभन देकर कई कॉलरी कर्मचारियों को बैंक से लाखों रूपों का पर्सनल लोन दिलाया गया और तत्काल उस लोन राशि को एसपीडीएम के खाते में जमा कर दिया गया है इस एजेंट के द्वारा कहा जाता है कि जितना ब्याज आप बैंक को देंगे उससे ज्यादा हम हर महीने आपको देंगे इस लालच में कर्मचारी पर्सनल लोन लेकर निवेश कर रहे हैं बैंकों में लगे सीसीटीवी के विगत एक वर्ष के फुटेज की जांच की जाए तो सच्चाई सामने आ जाएगी प्रतिदिन यह व्यक्ति दूसरे कर्मचारियों को लेकर बैंक में लोन दिलाने व अन्य कार्य में लगा रहता है क्षेत्र में जितने लोगों के द्वारा इस कंपनी में निवेश किया गया है उनके पास दस्तावेज के नाम पर मात्र बैंक में जमा किए गए रकम का काउंटर स्लिप है इसके अतिरिक्त उनके पास अन्य कोई दस्तावेज नहीं है जिससे यह पता चल सके कि इनका पैसा किस योजना में निवेश किया गया है।
सूत्रों के अनुसार इस कंपनी के द्वारा निवेशिकों से ली गई राशि को ट्रेनिंग फीस के रूप में उल्लिखित कर पैसा लिया गया है जबकि उन्हें किसी प्रकार की ट्रेनिंग नहीं दी जाती और न हीं किसी प्रकार का उत्पाद दिया जाता है निवेशक सिर्फ ब्याज के लालच में भ्रमित होकर निवेश कर रहे हैं निवेशकों को प्रतिमाह अथवा ब्याज के रूप में दी जाने वाली भारी भरकम राशि का स्रोत अज्ञात है ऐसा प्रतीत होता है कि नए निवेशकों के द्वारा किए गए निवेशक के पैसे से पुराने निवेशकों को भुगतान किया जा रहा है जो स्पष्ट रूप से पोंजी स्कीम का संकेत है निवेशकों को नए लोगों को जोडऩे के लिए प्रोत्साहित किया जाता है जिससे उन्हें अतिरिक्त बोनस मिलता है और एसपीडीएम कंपनी के एजेंट के द्वारा निवेशकों को कम समय में रकम दुगना करने की भी बात कही जाती है इससे लोग अपनी जमीन-जायदाद तक बेचकर इसमें निवेश कर रहे हैं, जबकि बैंक मात्र 7.25त्न सालाना ब्याज ही दे पा रहे है।
जी.एस.टी की जांच जरूरी
एसपीडीएम कंपनी के स्थानीय एजेंट का कहना है की हर निवेश में हम जीएसटी देते हैं यदि बीच में आपको राशि दी जाएगी तो जीएसटी के राशि की कटौती की जाएगी ,विदित हो कि कंपनी के द्वारा ट्रेनिंग के नाम पर निवेश कराया जाता है जिसमें जीएसटी भी जोड़ा जाता है स्थानीय स्तर पर जितने लोगों ने निवेश किया है उन्हें किसी प्रकार का उत्पादन नहीं दिया गया है बल्कि निवेसक कीलाखों रूपों कीएकमु स्त राशि मस्त राशि कंपनी के खाते में जमा कर दी गई है चर्चा थाने को दी गई जानकारी में स्थानीय एजेंट गौतम सिंह गोवर्धन ने लिखित रूप में उल्लेखित किया है कि हम उत्पाद क्रय विक्रय का कार्य करते हैं किंतु उन्होंने यह नहीं बताया की किसी निवेशक को कौन सा उत्पाद दिया गया है कितनी लागत का दिया गया है और लगातार क्रय विक्रय के प्रति कितना जीएसटी राज्य शासन अथवा केंद्र सरकार को दिया गया।
निवेशकों में मचा है हडक़ंप
सूत्रों के अनुसार चर्चा कई क्षेत्र में सैकड़ो की संख्या में लोगों ने निवेश किया है इन निवेशकों को पहले प्रतिमाह 5 तारीख तक लाभ अथवा ब्याज की राशि मिल जाती थी इसके पश्चात 5 से बढक़र 10 तारीख की तिथि हुई इसके पश्चात बढक़र 20 हुई और अब विगत दो महीने से रकम नहीं मिल रही है जिससे निवेशकों में हडक़ंप मचा है किंतु वह किसी से कुछ कह नहीं रहे हैं प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ निवेशकों ने एजेंट से पूछा तो उसके द्वारा कहा गया कि मैं रायपुर जा रहा हूं पता कर बताऊंगा। स्पष्ट है कि जब निवेशकों के पैसे डूबेंगे उन्हें प्रतिमाह के ब्याज अथवा लाभ की रकम नहीं मिलेगी तब वह पुलिस प्रशासन से जांच की मांग करेंगे और अपनी दयनीय स्थिति की गुहार लगाएंगे तब पुलिस प्रशासन के सामने भी यह सवाल उठेगा की इतना भारी निवेश होने के बावजूद उन्हें जानकारी क्यों नहीं मिली ,उनका इनपुट इतना सुस्त क्यों है अत: कोरिया जिले के नागरिकों के हित में प्रशासन को तत्काल संज्ञान लेना चाहिए और एसपीडीएम कंपनी के संचालकों की गहन व सूक्ष्म जांच कर यह स्पष्ट किया जाना चाहिए की इस कंपनी कोरिया जिले से कितने लोगों के द्वारा कितनी राशि का निवेश किया गया है संभव हो तो लोगों को ठगी से बचने के लिए एक सार्वजनिक चेतावनी जारी की जाए।
क्या है पोंजी स्कीम
पोंजी स्कीम का आधार यह है कि नए निवेशकों का पैसा पुराने निवेशकों को दिया जाता है।जब नए लोग आना बंद कर देते हैं, तो पूरी स्कीम ढह जाती है और लोग अपनी पूरी पूंजी गंवा बैठते है और लोगों का पैसा डूब जाता है अप्रत्याशित रूप से हुई आर्थिक क्षति से कई बार निवेशकों का दुखद निधन भी हो जाता है।
अशफाकउल्ला का मामला
एक चेतावनी! सूरजपुर जिले के शिव प्रसाद नगर में अश$फाकउल्ला ने लगभग तीन साल तक 10-20 प्रतिशत मासिक ब्याज देकर लोगों को भरोसे में लिया।शुरुआत में लोगों को पैसा मिला, जिससे उन्होंने और पैसा निवेश किया और अपने जानने वालों को भी जोड़ा। लालच में आकर लोगों ने लगभग 70 करोड रुपए का निवेश कर दिया मात्र 3 साल तक चलने के पश्चात आखिरकार जब स्कीम बंद हुई, और अश$फाकउल्ला बाहर भाग गया कई महीनो तक बाहर रहने के बाद छत्तीसगढ़ पुलिस में उसे पकड़ कर जेल भेज दिया और हजारों निवेशकों का करोड़ों रुपया डूब गया अश$फाकउल्ला आज भी जेल में बंद है, लेकिन जिन लोगों की जिंदगीभर की कमाई लुट गई, उन्हें न्याय नहीं मिला।
निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत
कोई भी स्कीम जो बैंक की तुलना में कई गुना ज्यादा ब्याज देने का दावा करती है, वह निश्चित रूप से संदेहास्पद है। सरकार और प्रशासन को ऐसे मामलों की जाँच करनी चाहिए, ताकि लोग ठगी का शिकार न बनें। चरचा कालरी में चल रही स्क्कष्ठरू कंपनी की कार्यशैली और निवेश पर दिए जा रहे भारी रिटर्न से यह साफ नजर आ रहा है कि यह भी एक बड़े घोटाले की ओर बढ़ रही है। मल्टी-लेवल मार्केटिंग के माध्यम से इस स्कीम को लंबा खींचने की कोशिश हो रही है, लेकिन अंत में इसका हश्र भी अश$फाकउल्ला के घोटाले जैसा ही होगा। प्रशासन को इस मामले की तुरंत जाँच करनी चाहिए और निवेशकों को भी समझदारी से काम लेना चाहिए, ताकि वे अपनी मेहनत की कमाई न गँवा बैठें। पुलिस प्रशासन को यह संज्ञान लेना चाहिए कि चर्चा कालरी क्षेत्र में स्थित इस एजेंट के माध्यम से अब तक कितने लोगों ने कितनी राशि का निवेश किया है प्राप्त जानकारी के अनुसार एजेंट के द्वारा चर्चा थाने को दी गई सूची में ऐसे नाम दिए गए हैं जो यहां के नहीं है सूची में यह भी उल्लेखित नहीं है कि उक्त लोगों के द्वारा कितनी राशि का कब निवेश किया गया है और उसे अभी तक कितना लाभ दिया गया है।
भ्रामक पंपलेट से स्थानीय लोगों को किया गया भ्रमित
एसडीएम कंपनी के द्वारा जारी पंपलेट में भ्रमित करने वाले कथन लिखे गए हैं जिससे सामान्य नागरिक गंभीरता पूर्वक नहीं समझ पाते हैं इस कंपनी के शेखचिल्ली के हसीन सपने दिखाते हुए भ्रामक स्लोगन में बढ़-चढक़र उपलब्धि उल्लेखित किया है जैसे की 10000 लोगों को करोड़पति बनने का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए एसडीएम को पुरस्कार और मान्यता दी जाएगी एसडीएम का रायपुर में 50000 वर्ग फुट का एक भव्य प्रधान कार्यालय होगा मुंबई में कार्पोरेट कार्यालय और भारत के शीर्ष मेट्रो स्टेशनों शहरों में शाखा कार्यालय होगा एसडीएम को भारत और दुनिया में नेटवर्क उद्योग में सबसे भरोसेमंद ब्रांड के रूप में मान्यता दी जाएगी एसडीएम का डेढ़ सौ से अधिक देशों में अंतरराष्ट्रीय परिचालन होगा जिसका मुख्यालय दुबई में होगा आदि हैं इस प्रकार उक्त सभी स्लोगन में तनिक भी सच्चाई नहीं है जमीनी ह कीकत से दूर सिर्फ भविष्य की काल्पनिक बातें कही गई है कंपनी के पास उपरोक्त कोई भी उपलब्धि नहीं है सिर्फ निवेशकों को भ्रमित करने के उद्देश्य लिखे गए हैं जो की पूरी तरह से धोखाधड़ी का कृत्य है।
निवेशकों से अपील
किसी भी स्कीम में निवेश करने से पहले सावधानी बढ़ाते हैं यदि कोई योजना बैंकों से कहीं अधिक रिटर्न का वादा कर रही हो तो उसमें धोखाधड़ी की आशंका को नजर अंदाज न करें अपनी मेहनत की कमाई सुरक्षित रखें और सोच समझकर निर्णय लें।