
बेंगलुरू, २६ अक्टूबर ।
केरल के प्रख्यात सबरीमाला मंदिर की मूर्ति से सोना चोरी के मामले की जांच के लिए गठित विशेष दल (एसआईटी) ने शनिवार को प्रमुख आरोपी उन्नीकृष्णन पोट्टी के बेंगलुरु स्थित फ्लैट और बेल्लारी की ज्वेलरी शॉप पर छापेमारी की। एसआईटीपोट्टी को साथ लेकर छापेमारी कर रही है। एसआईटी ने गोवर्धन की ज्वेलरी शॉप पर सोने की बरामदगी के लिए छापा मारा था। एसआईटी अधिकारियों ने बताया है कि छापे में ज्वेलरी शाप से सोने की कई छड़ें बरामद हुई हैं। अभी यह पुष्ट होना बाकी है कि यह सोना वही है जो 2019 में मंदिर से इलेक्ट्रोप्लेटिंग के लिए भेजी गई मूर्तियों से निकाला गया है या नहीं। पता चला है गोवर्धन ने ही मंदिर के श्रीकोविल द्वार के फ्रेम की गोल्ड प्लेटिंग के लिए धन का इंतजाम किया था। जबकि इस कार्य के लिए ठेका पोट्टी को मिला था। विदित हो कि पोट्टी भगवान अयप्पा मंदिर में पूर्व में पुजारी का काम कर चुका है। उसे रान्नी के ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट ने जांच के सिलसिले में 30 अक्टूबर तक एसआईटी को रिमांड पर दे रखा है। इस बीच त्रावणकोर देवास्वम बोर्ड (टीडीबी) मंदिर के अध्यक्ष पीएस प्रसांत ने कहा है कि द्वारपालक की मूर्ति से सोना चुराए जाने की घटना को हाई कोर्ट के समक्ष रखने में बोर्ड विफल रहा। इस मामले में टीडीबी अधिकारी अपनी भूमिका सही तरह से निभाने में विफल रहे हैं। इसके बावजूद भगवान अयप्पा मंदिर का सारा सोना ढूंढ़ निकाला जाएगा। टीडीबी अध्यक्ष ने मामले में चल रही जांच पर संतोष जताया है। मामले में कांग्रेस ने देवास्वम मामलों के मंत्री वीएन वासवान का इस्तीफा मांगा है और टीडीबी को भंग करने की मांग की है।विपक्ष के नेता वीडी सतीसन ने कहा, मंदिर का सोना गोवर्धन के घर पर मिलने से अब सबकी मिलीभगत सामने आ गई है। अब सभी संबद्ध लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए। इस बीच भाजपा ने सभी जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की मांग को लेकर राज्य सचिवालय के बाहर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर ने साथी पदाधिकारियों और पार्टीजनों के साथ मिलकर घटना के विरोध में शनिवार को सडक़ पर धरना दिया।



























