कोरिया बैकुंठपुर। कोरिया जिले के ग्राम पंचायत अलकासरई में रेत माफियाओं का खेल खुलेआम चल रहा है, और हैरानी की बात यह है कि वन विभाग एवं राजस्व विभाग केवल मूक दर्शक बने हुए हैं। प्रतिदिन 10 से 12 बालू की अवैध निकासी 4 सौ सात गाडी से की जा रही है, जिससे न केवल सरकारी राजस्व को भारी नुकसान हो रहा है, बल्कि स्थानीय पर्यावरण भी बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, रेत का यह अवैध व्यापार महंगे दामों में बिक्री कर माफियाओं को मोटा मुनाफा दे रहा है, जबकि पंचायत एवं राजस्व विभाग को इसकी भनक तक नहीं लग रही—या वे जानबूझकर नजरअंदाज कर रहे हैं। आशंका है कि इस पूरे नेटवर्क में कई रसूखदार लोग शामिल हैं, जो प्रशासन की आंखों में धूल झोंककर खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। रेत माफिया का यह गैरकानूनी साम्राज्य पर्यावरणीय विनाश के साथ-साथ नदी और आसपास की भूमि को भी नुकसान पहुँचा रहा है। ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है, परंतु प्रशासन की चुप्पी कई सवाल खड़े करती है।
क्या वन विभाग और राजस्व विभाग की निष्क्रियता किसी मिलीभगत की ओर इशारा करती है? और क्या रेत माफिया के इस धंधे पर कभी लगाम लगेगी? अब देखना यह होगा कि शासन-प्रशासन इस गम्भीर मुद्दे पर कब और क्या कार्रवाई करता है।
अवैध रेत परिवहन पर शिकंजा- अवैध परिवहन में लिप्त दो वाहन जब्त
कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी के निर्देश पर जिला खनिज विभाग ने अवैध रेत परिवहन के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई करते हुए बैकुण्ठपुर तहसील क्षेत्र में दो मिनी ट्रकों को जप्त किया है। यह वाहन बिना वैध दस्तावेजों के गौण खनिज रेत का परिवहन करते पाए गए। खनिज विभाग की टीम द्वारा चलाए जा रहे सघन गश्त के दौरान यह दोनों वाहन पकड़े गए। उन्हें मौके पर ही जब्त कर समीप के चरचा थाने में अभिरक्षा में रखा गया है। सीजी 15 डीएच 0617 – मिनी ट्रक, वाहन मालिक स्माइल खान, सीजी 16 सीएच 4324, मिनी ट्रक, वाहन मालिक सुरेश सिंह हैं। खनिज अधिकारी ने बताया कि इन मामलों में छत्तीसगढ़ गौण खनिज नियम 2015 की धारा 71 तथा खान और खनिज (विकास एवं विनियमन) अधिनियम 1957 की धारा 21 से 23(ख) के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर कानूनी कार्यवाही की जा रही है। जिला खनिज अधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि जिले में अवैध उत्खनन, परिवहन एवं भंडारण की गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए लगातार निगरानी और कार्रवाई जारी है। भविष्य में भी ऐसी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने पर कठोर कदम उठाए जाएंगे।