
नईदिल्ली १३ नवंबर ।
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) प्रशासन ने आयोजित एक बैठक में निर्णय लिया कि सभी परिसरों में सुरक्षा प्रोटोकाल की समीक्षा की जाएगी और उन्हें और अधिक प्रभावी बनाया जाएगा। इसमें तय किया गया कि कॉलेज परिसरों में आने-जाने वालों की पहचान सत्यापन की सख्त प्रक्रिया लागू होगी और बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश केवल अनुमति पत्र के आधार पर ही होगा। प्रत्येक कॉलेज और छात्रावास परिसर के आसपास निगरानी बढ़ाई जाएगी और संवेदनशील बिंदुओं पर सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की जाएगी। प्रो. मनोज कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय ने स्थानीय पुलिस अधिकारियों से समन्वय बढ़ाने का निर्णय लिया है, ताकि रात के समय गश्त और कानून व्यवस्था को प्रभावी बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि उत्तर, दक्षिण, दक्षिण-पश्चिम और उत्तर-पश्चिम दिल्ली के पुलिस उपायुक्तों से पूर्ण सहयोग का आश्वासन मिला है। डीयू के मुख्य सुरक्षा अधिकारी और क्षेत्रीय सुरक्षा अधिकारियों को 24 घंटे निगरानी सुनिश्चित करने और कैंपसों में किसी भी असामाजिक गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि यह कदम विद्यार्थियों, शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए एक सुरक्षित और अनुशासित वातावरण तैयार करने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा। बैठक की अध्यक्षता डीयू प्राक्टर प्रो. मनोज कुमार ने की। बैठक में विश्वविद्यालय के प्राचार्यों, अधीक्षकों और सुरक्षा अधिकारियों ने भी भाग लिया।























