मोकामा। बिहार विधानसभा चुनाव के बीच मोकामा में गुरुवार (30 अक्टूबर) को राजनीतिक हिंसा की चिंगारी भड़क उठी। जनसुराज के प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी उर्फ लल्लू मुखिया के काफिले पर अज्ञात हमलावरों ने धावा बोल दिया। इस हमले में उनके चाचा दुलारचंद यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना मोकामा विधानसभा क्षेत्र के घोसवरी इलाके की है, जिसने पूरे राज्य के राजनीतिक माहौल को हिला कर रख दिया है। गुरुवार दोपहर करीब 3 बजे जनसुराज उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी का काफिला घोसवरी के पास से गुजर रहा था। उसी दौरान कथित रूप से अनंत सिंह के समर्थकों ने अचानक हमला कर दिया। जनसुराज नेताओं के मुताबिक “हमारे प्रत्याशी की गाड़ी अनंत सिंह की गाड़ी के ठीक पीछे चल रही थी। अचानक उनके समर्थक गाड़ियों से उतरे और लाठी-डंडों, रॉड और हथियारों से हमला कर दिया। गोली चलने से दुलारचंद यादव मौके पर गिर पड़े, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। पुलिस बल की भारी तैनाती की गई है, जबकि पूरे क्षेत्र में तनाव व्याप्त है।

दुलारचंद यादव मोकामा-टाल क्षेत्र की राजनीति में प्रभावशाली नाम थे। वह एक समय राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से जुड़े रहे और लालू प्रसाद यादव के करीबी सहयोगियों में गिने जाते थे। क्षेत्र में उनकी गहरी पैठ थी और सामाजिक-जातीय समीकरणों को समझने के लिए राजनीतिक दल उनकी राय को अहमियत देते थे। हालांकि, इस बार के विधानसभा चुनाव 2025 में उन्होंने जनसुराज आंदोलन के पक्ष में खुलकर समर्थन किया था और जनसुराज के प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी के लिए प्रचार कर रहे थे। बताया जाता है कि उन्होंने पीयूष प्रियदर्शी के लिए चुनावी गीत तक रिकॉर्ड करवाया था, जिसमें उन्होंने अनंत सिंह के विरुद्ध तीखी टिप्पणी की थी।

RO No. 13467/7