
नईदिल्ली, १६ जुलाई ।
बैंकॉक। थाईलैंड की मीडिया में इन दिनों एक सनसनीखेज मामला सुर्खियां बटोर रहा है। थाईलैंड की पुलिस ने एक महिला को गिरफ्तार किया है, जिसके कई बौद्ध भिक्षुओं के साथ संबंध सामने आए हैं। यही नहीं, महिला ने पहले बौद्ध भिक्षुओं को अपने जाल में फंसाया और फिर उनसे पैसे ऐंठने भी शुरू कर दिए। आरोपी महिला की पहचान विलावान एम्सावत के रूप में हुई है, जिसे पुलिस ने मंगलवार को राजधानी बैंकॉक से कुछ ही दूरी पर स्थित नोनथाबुरी प्रांत से गिरफ्तार किया है। इस स्कैंडल में कम से कम 9 बौद्ध भिक्षुओं के नाम का खुलासा हुआ है, जिन्हें मठ से निष्कासित कर दिया गया है।
विलावान की उम्र 35 साल से आसपास है। विलावान के खिलाफ ब्लैकमेलिंग, मनी लॉन्ड्रिंग और चोरी के आरोप के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं, गिरफ्तारी के बाद जब पुलिस ने विलावान का फोन खंगाला, तो एक के बाद एक चौंकाने वाली चीजें सामने आने लगीं। विलावान ने कई बौद्ध भिक्षुओं के साथ चैटिंग की थी। साथ ही उसके फोन में ढेर सारे फोटो और वीडियो भी मिले हैं। स्थानीय मीडिया से बातचीत के दौरान महिला ने एक बौद्ध भिक्षु के साथ संबंध की बात स्वीकार की है। केंद्रीय जांच ब्यूरो के डिप्टी कमिश्नर जारूनकियात पंकेव के अनुसार, यह मामला तब सामने आया जब मठाधीश ने अचानक अपना पद छोडऩे का एलान कर दिया। पुलिस की पड़ताल में पता चला कि विलावान मठाधीश को ब्लैकमेल कर रही थी। वो मठाधीश के साथ रिलेशनशिप में थी और उसने दावा किया कि वो प्रेग्नेंट है। इसके बदले उसने मठाधीश से 222,000 अमेरिकी डॉलर (1.85 करोड़ रुपये) की मांग की थी। जारूनकियात के अनुसार, विलावान का फोन और बैंक अकाउंट खंगालने पर पता चला कि पिछले तीन साल में उसे खाते में 11.9 मिलियन अमेरिकी डॉलर (102.33 करोड़ रुपये) आए हैं और इनमें से ज्यादातर पैसे बौद्ध भिक्षुओं ने ट्रांसफर किए हैं। इस मामले के सामने आने के बाद थाईलैंड के मठ प्रशासन पर भी सवाल उठने लगे हैं। दरअसल थाईलैंड में थेरवाद संप्रदाय के बौद्ध भिक्षुओं का बोल बाला है। इस संप्रदाय से जुडऩे वाले बौद्ध भिक्षुओं को ब्रह्मचर्य का पालन करना होता है और महिलाओं को छूना अपराध माना गया है। थाईलैंड के बौद्ध मठों में भारी संख्या में दान किया जाता है और यह सारा पैसा बौद्ध भिक्षुओं, मठाधीशों और मठ के पास रहता है। विलावान का मामला सामने आने के बाद लोग मठों में पारदर्शिता की मांग कर रहे हैं।