
जांजगीर। ग्राम खोखरा के आदर्श नगर भाठापारा स्थित मां जानकी निवास में भव्य कलश यात्रा के साथ संगीतमय श्रीमद् भागवत महापुराण का शुभारंभ हुआ। व्यास पीठ से पंडित पवन चतुर्वेदी ने प्रथम दिवस सर्व देव पूजा, पीठ पूजा और परीक्षित जन्म कथा सुनाते हुए महापुराण का प्रारंभ किया। कथा में बताया गया कि महाभारत युद्ध समाप्त होने के बाद अश्वत्थामा ने प्रतिशोध में पांडवों के शिविर पर हमला कर द्रौपदी के पांचों पुत्रों का वध कर दिया। पकड़े जाने पर उसने पांडव वंश को नष्ट करने के लिए ब्रह्मास्त्र चलाया और उसका लक्ष्य उत्तरा के गर्भ की ओर मोड़ दिया, जहां परीक्षित पल रहे थे। भयभीत उत्तरा ने भगवान श्रीकृष्ण से अपने अजन्मे शिशु की रक्षा की गुहार लगाई। कथा श्रवण के दौरान कैलाश, मंजू राठौर, विजय, संध्या राठौर, राकेश, सोमेश्वरी राठौर, दुर्गेश, दीपिका राठौर, मिवलेश, नवल कुमार, कमलेश, दिनेश कुमार, रिता, प्रेमनारायण, दुर्गेश, विनोद कुमार, केदार सिंह, रमेश, अवधेश, सुरेश, कृष्णकुमार, शिवकुमार और बबलू राठौर सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे।












