जम्मू 17 मई। जम्मू-कश्मीर में आतंक के खिलाफ पुलिस का विशेष अभियान जारी है। पुलिस की राज्य जांच एजेंसी ने शनिवार को घाटी में आतंकवाद से जुड़ी गतिविधियों पर कार्रवाई के अंतर्गत करते हुए कश्मीर में कई जगहों पर छापेमारी की। जानकारी के अनुसार, आतंक के विरुद्ध सोपोर, बारामूला, हंदवाड़ा, गांदरबल और श्रीनगर सहित कई जगहों पर तलाशी अभियान शुरू किया गया। अधिकारियों के अनुसार, ये छापे जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से जुड़ी गतिविधियों पर चल रही कार्रवाई का हिस्सा थे। इससे पहले सुरक्षाबल ने शुक्रवार को बडग़ाम और श्रीनगर में टारगेट किलिंग व ग्रेनेड हमले के षड्यंत्र को विफल बनाते हुए लश्कर-ए-तैयबा के तीन ओवरग्राउंड वर्करों (मददगारों) को गिरफ्तार कर लिया। ये तीनों बीते पांच वर्ष से फरार लश्कर के कमांडर आबिद क्यूम लोन के लिए काम करते हैं। आबिद के मौजूदा समय में पाकिस्तान में छिपे होने की सूचना है। आबिद आतंकी बनने से पहले जम्मू स्थित एक इंजीनियरिंग कॉलेज का छात्र था। पहलगाम हमले के बाद सुरक्षाबल कश्मीर में आतंकी नेटवर्क पर लगातार प्रहार कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, पुलिस को अपने तंत्र से पता चला था कि लश्कर ने बडग़ाम और श्रीनगर में टारगेट किलिंग व सुरक्षाबल पर ग्रेनेड हमले का षड्यंत्र रचा है। इस षड्यंत्र को अंजाम देने के लिए हथियार लेकर आतंकियों के ओवरग्राउंड वर्कर बारामूला-श्रीनगर-बडग़ाम मार्ग पर एक जगह विशेष पर जमा होने वाले हैं।
इसके आधार पर पुलिस ने सीआरपीएफ और सेना के जवानों के साथ मिलकर कुछ स्थानों पर विशेष नाके लगाए और कावूसा नारबल में तीन ओवरग्राउंड वर्करों को पकड़ लिया। उनकी पहचान मुजम्मिल अहमद, इश्फाक पंडित दोनों बारामुला निवासी और मुनीर अहमद निवासी बीरवाह के रूप में हुई है। उनके कब्जे से एक पिस्तौल और एक हथगोला व अन्य साजो सामान बरामद किया गया है।