नईदिल्ली, 24 जुलाई।
भागलपुर। भागलपुर के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में मरीजों के लिए सुरक्षा जांच की नई व्यवस्था लागू की गई है। यह जिले का पहला सरकारी अस्पताल है, जहां इलाज से पहले मरीजों को सुरक्षा जांच से गुजरना होगा। इमरजेंसी, ओपीडी और रेफर मरीजों को इस प्रक्रिया का पालन करना अनिवार्य है। जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में प्रतिदिन औसतन तीन हजार मरीज आते हैं, लेकिन वहां सुरक्षा जांच की कोई व्यवस्था नहीं है।अस्पताल के गेट पर तैनात सुरक्षा गार्ड मेटल डिटेक्टर से मरीजों और उनके परिजनों की जांच करते हैं। इसके बाद एक अन्य गार्ड पूरी शरीर की तलाशी लेते हैं।
यदि किसी के पास संदिग्ध सामान पाया जाता है, तो उसे बाहर निकाला जाता है। इसके बाद मरीजों की एंट्री पंजी पर सभी विवरण दर्ज किए जाते हैं और फिर उन्हें अस्पताल में प्रवेश की अनुमति दी जाती है। जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सुरक्षा जांच की कमी के कारण अक्सर विवाद उत्पन्न होते हैं, जिसमें मरीज के परिजनों और डॉक्टरों के बीच मारपीट की घटनाएं शामिल हैं।