
पटियाला। राजपुरा की 65 वर्षीय सेवानिवृत्त शिक्षिका गुरशरण कौर को एक महीने तक डिजिटल अरेस्ट कर 74 लाख रुपये ठग लिए गए। आरोपितों ने शिक्षिका को उसके बैंक खाते को मनी लांड्रिंग के मामलों में शामिल होने की बात कहकर डराया-धमकाया व विभिन्न खातों में रुपये ट्रांसफर करवा लिए। गुरशरण कौर ने बताया कि उनके पति गुरदीप सिंह अनाज मंडी में आढ़ती हैं। उन्हें चार अलग-अलग मोबाइल नंबरों से कॉल और वॉट्सऐप संदेश आए। कॉल करने वालों ने खुद को सुप्रीम कोर्ट, सीबीआई और एन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) का अधिकारी बताया। उन्होंने कई फर्जी दस्तावेज भी भेजे, जिन पर इन एजेंसियों की मुहर और लेटरहेड लगे थे।
महिला को 24 अप्रैल से 26 मई तक डिजिटल अरेस्ट में रखा गया। इस दौरान ठगों ने उससे कुल 74,60,188 रुपये अपने खातों में ट्रांसफर करवा लिए। महिला ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के खाते से 42.5 लाख, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से 29.8 लाख रुपये और एक अन्य बैंक से 2.3 लाख रुपये ट्रांसफर किए। जब गुरशरण को सच्चाई का पता चला तो उन्होंने 31 मई को साइबर क्राइम थाना पटियाला में शिकायत दर्ज कराई।
प्रारंभिक जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद थाना साइबर क्राइम की पुलिस ने 11 जुलाई को विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया। जांच अधिकारी एसआई बलबीर कौर मोबाइल नंबरों और ट्रांजेक्शन से जुड़े खातों की गहराई से जांच कर आरोपितों की पहचान करने में जुटी हैं।