
कोरिया चरचा कालरी। पाकिस्तानी आतंकवादियों के द्वारा 22 अप्रैल को पहलगाम में 26 निर्दोष नागरिकों की नृशंस हत्या से पूरे देश में बेहद आक्रोश था देश वासियों ने तत्काल कार्यवाही की मांग की थी जिस पर यशस्वी प्रधानमंत्री ने कहा था कि आतंकवादीदुनिया के अंतिम छोर में रहेंगे तो भी उन्हें नहीं छोड़ा जाएगा उन्हें ऐसी सजा दी जाएगी जो कल्पना से परे होगी और उन्होंने अपने उसे वचन को यथार्थ में बदलते हुए भारतीय सेवा को कार्यवाही करने के लिए छूट दे दी मंगलवार की देर रात्रि भारतीय सेना ने अपने शौर्य, पराक्रम का परिचय देते हुए पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों के नौ ठिकाने पर हमला कर उन्हें नेस्तानाबूद कर दिया सेना की इस कार्यवाही से पूरे देश में खुशी का माहौल है भारतीय सेना की इस अविस्मरणीय कार्यवाही के प्रति नगर पालिका शिवपुर चर्चा के अध्यक्ष अरुण जायसवाल ने कहा कि भारत की महान परंपरा रही है कि जब भी देश पर संकट आया है, हमारी सेना ने अद्वितीय साहस, संयम और पराक्रम के साथ उसका उत्तर दिया है। हाल ही में भारत सरकार द्वारा चलाया गया ऑपरेशन सिंदूर इसका सजीव प्रमाण है। पाकिस्तान की धरती पर मौजूद आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर हमारी सेना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि भारत अब सिर्फ सहने वाला नहीं, बल्कि निर्णायक और प्रहारक राष्ट्र है।
ऑपरेशन सिंदूर न केवल सैन्य दृष्टि से एक ऐतिहासिक उपलब्धि है, बल्कि यह भारत की बदलती कूटनीतिक सोच और वैश्विक मंच पर बढ़ती साख का भी प्रतीक है। जब विश्व आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई में एकजुटता की बात करता है, तब भारत ने न केवल शब्दों में, बल्कि कार्यों में भी अपने संकल्प को सिद्ध किया है।भारतीय सेना के वीर जवानों ने इस अभियान में असाधारण साहस का परिचय दिया। कठिन भौगोलिक परिस्थितियों, सीमित समय और अत्यधिक जोखिम के बावजूद, हमारे रणबांकुरों ने सफलता की एक नई गाथा लिखी। यह न केवल हमारी सुरक्षा नीतियों की सफलता है, बल्कि यह प्रत्येक भारतीय के आत्मबल और आत्मगौरव को भी सुदृढ़ करता है। नगर पालिका शिवपुर की ओर से, हम इस गौरवपूर्ण क्षण पर अपनी बहादुर सेना के प्रति आभार प्रकट करते हैं उन वीर सैनिकों को, जिन्होंने अपने जीवन को जोखिम में डालकर देश को गौरवान्वित किया। यह विजय केवल सीमा पर नहीं, बल्कि विश्व कूटनीति के मंच पर भी भारत की दृढ़ उपस्थिति का प्रतीक है।आज भारत केवल क्षेत्रीय शक्ति नहीं, बल्कि एक *वैश्विक निर्णायक शक्ति*के रूप में उभर रहा है। हमारी विदेश नीति अब पहले से कहीं अधिक स्पष्ट, सशक्त और परिणाममुखी है। आतंकवाद के विरुद्ध भारत की इस निर्णायक कार्यवाही को विश्व समुदाय ने सराहा है, जिससे यह सिद्ध होता है कि अब भारत की आवाज़ को अनसुना नहीं किया जा सकता। हम सभी भारतवासियों को यह संकल्प लेना चाहिए कि हम अपनी सेना, अपने सुरक्षा बलों और अपनी सरकार के निर्णयों के साथ एकजुट खड़े रहेंगे। यही एकजुटता हमारी सबसे बड़ी शक्ति है।