कोरिया बैकुंठपुर। जिले में नशे के कारोबार और अवैध मादक पदार्थों पर लगाम लगाने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। जिला मुख्यालय में आयोजित नारकोटिक्स को-ऑर्डिनेशन बैठक में जिले के प्रभारी सचिव एस. प्रकाश, कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी एवं पुलिस अधीक्षक रवि कुमार कुर्रे की उपस्थिति में कई अहम निर्णय लिए गए।
बैठक में निर्णय लिया गया कि जिले में प्रतिबंधित क्षेत्रों जैसे स्कूल, कॉलेज, अस्पताल परिसर और शासकीय भवनों के 100 गज के दायरे में तंबाकू एवं अन्य मादक पदार्थों की बिक्री पूरी तरह से प्रतिबंधित होगी। इन क्षेत्रों में ‘धूम्रपान निषेध क्षेत्र’ का बोर्ड लगाना अनिवार्य किया गया है। कोटपा एक्ट (ष्टह्रञ्जक्क्र 2003) के अंतर्गत दुकानदारों और व्यक्तियों पर सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान या तंबाकू उत्पाद बेचने पर जुर्माना और सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जिले की सभी मेडिकल दुकानों में ष्टष्टञ्जङ्क कैमरे लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। इसके अलावा, बिना डॉक्टर की पर्ची के नींद की गोलियों या मादक दवाओं की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। नियमों का उल्लंघन करने वालों के मेडिकल लाइसेंस निरस्त कर दुकानें सील की जाएंगी। प्रशासन ने राजस्व, पुलिस, स्वास्थ्य, खाद्य एवं औषधि, आबकारी, शिक्षा, समाज कल्याण व नगरीय निकायों को एकजुट होकर ड्रग्स के खिलाफ विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। इस अभियान की मासिक प्रगति रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंपना अनिवार्य किया गया है। वन विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि वे दूरस्थ वन क्षेत्रों में अवैध गांजा और अन्य मादक पदार्थों की खेती पर नजर रखें। पुलिस व आबकारी विभाग को नशे व अवैध शराब, गांजा, ड्रग्स आदि के खिलाफ लगातार कार्यवाही करने को कहा गया है। समाज कल्याण विभाग को जिले में नशामुक्ति अभियान और केंद्रों के बारे में व्यापक प्रचार-प्रसार करने को कहा गया है। वहीं, खाद्य एवं औषधि विभाग को मेडिकल स्टोर्स की नियमित जांच करने तथा बिना पर्ची मादक दवाएं बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि मादक पदार्थों के खिलाफ यह अभियान सतत रूप से जारी रहेगा और किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण व समय पर करें
जिला प्रभारी सचिव एस. प्रकाश गुरुवार को एक दिवसीय प्रवास पर कोरिया जिले पहुंचे। उन्होंने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में अधिकारियों के साथ बैठक कर सुशासन तिहार के अंतर्गत प्राप्त आवेदनों एवं विभागीय कार्यों की गहन समीक्षा की। बैठक के दौरान उन्होंने अधिकारियों से कहा कि आमजन द्वारा किए गए प्रत्येक आवेदन महत्वपूर्ण हैं, इन्हें गंभीरता से लेते हुए बारीकी से परीक्षण करें और समयबद्ध निराकरण सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिए कि समाधान शिविरों में आवेदनों का निराकरण मौके पर ही किया जाए और आवेदकों को उनकी समस्या के समाधान की जानकारी दी जाए, जिससे शासन की पारदर्शी कार्यप्रणाली धरातल पर दिखाई दे। श्री प्रकाश ने अधिकारियों को मुख्यमंत्री के निर्देशों की भावना अनुसार कार्य करने के लिए कहा। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना, पेयजल व्यवस्था, विद्युत आपूर्ति, शिक्षा और राशन जैसी बुनियादी समस्याओं के निराकरण के लिए स्थलीय निरीक्षण कर वस्तुस्थिति जानने और त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने कृषि, लोक निर्माण, उद्यानिकी, स्वच्छ भारत मिशन, मनरेगा, बिहान, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा आदि विभागों में चल रहे कार्यों के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी समस्या का समाधान जिला स्तर पर संभव न हो, तो शासन को प्रस्ताव भेजा जाए। बैठक में कलेक्टर श्रीमती चन्दन त्रिपाठी ने जिले में संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी प्रेजेंटेशन के माध्यम से दी। उन्होंने सचिव को आश्वस्त किया कि सभी दिशा-निर्देशों का पालन किया जाएगा और सुशासन तिहार में प्राप्त आवेदनों का त्वरित निराकरण सुनिश्चित किया जाएगा। कलेक्टर ने बताया कि 5 मई से 31 मई तक जिले की चिन्हित 14 ग्राम पंचायतों में क्लस्टरवार समाधान शिविर आयोजित किए जाएंगे। इन शिविरों की तैयारी जारी है और आमजन को सूचना देने के लिए मुनादी व दीवार लेखन के माध्यम से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। बैठक में अपर कलेक्टर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, कार्यालय प्रमुख मौजूद थे।