
लखनऊ। कक्षा एक से आठ तक के शिक्षकों के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) अनिवार्य किए जाने के सुप्रीम कोर्ट के एक सितंबर के आदेश के विरोध में शिक्षक आंदोलित हैं। अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ (एआइपीटीएफ) ने 22 सितंबर से काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य करने का कार्यक्रम चलाया है, जिसे अब 31 अक्टूबर तक बढ़ा दिया गया है।
शुक्रवार को संघ की आनलाइन बैठक में आंदोलन की आगे की रणनीति पर चर्चा हुई। बैठक में सभी पदाधिकारियों ने टीईटी अनिवार्यता के विरोध में अपनी राय रखी। आम सहमति से निर्णय लिया गया कि जल्द ही दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर धरना आयोजित किया जाएगा।
संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुशील कुमार पांडे ने बताया कि 31 अक्टूबर तक दिल्ली कूच की तारीख की घोषणा की जाएगी। तब तक सभी शिक्षक काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य जारी रखेंगे।
समायोजित शिक्षकों को वापस भेजने के आदेश निरस्त करने की मांग
उत्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ ने समायोजित शिक्षकों को मूल विद्यालय भेजने के आदेश रद करने की मांग की है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने बताया कि बेसिक शिक्षा परिषद प्रयागराज द्वारा जारी आदेशों के तहत कई शिक्षकों का अंतरजनपदीय स्थानांतरण और समायोजन किया गया था।


















