जांजगीर। जांजगीर जिला अस्पताल के ?िसविल सर्जन व डॉक्टरों-नर्सिंग स्टाफ के बीच पिछले 12 दिनों से विवाद जारी है। कर्मचारियों ने सिविल सर्जन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोप की सत्यता जांच करने के लिए सोमवार को स्वास्थ्य संचालनालय रायपुर से संयुक्त संचालक की अध्यक्षता में जांच टीम जिला अस्पताल पहुंची। टीम ने स्टाफ का बयान दर्ज किया। जांच टीम ने सिर्फ अस्पताल के कर्मचारियों के नहीं बल्कि मितानिन, गार्ड के भी बयान लिए हैं। ऐसे में डॉक्टरों के बीच नाराजगी अभी भी बनी हुई है। जांच टीम में शामिल लोगों को 7 दिनों के भीतर अपनी जांच रिपोर्ट संचालनालय में पेश करने कहा है।
इधर जिला अस्पताल के दोनों पक्षों के बीच जारी विवाद लंबा खींचने के कारण ?अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था प्रभावित होने लगी है। 6 मार्च को डॉक्टरों ने विरोध-प्रदर्शन करते हुए ओपीडी बंद कर कलेक्टर से शिकायत करने पहुंचे थे। इस दिन मरीजों को परेशान होना पड़ा था। इसके बाद ओपीडी का बहिष्कार कर डॉक्टरों ने परिसर के पार्किंग में मरीजों को इलाज किया था। डॉक्टर सिविल सर्जन को हटाने के लिए जिला प्रशासन से लेकर स्वास्थ्य मंत्री तक पहुंच चुके हैं। मामला विधानसभा में भी उठाया गया, लेकिन इस पर अब तक निर्णय नहीं हुआ है। जांच करने के लिए संचालक प्रेमलता चंदेल के साथ उप संचालक डॉ. डीके तुर्रे और डॉ. नागेश्वर राव भी पहुंचे हुए थे।