
एक याचिका हुई निराकृत, 31 करोड़ होंगे खर्च
कोरबा। पावर सिटी कोरबा में हर तरफ रेलवे क्रॉसिंग की उपस्थिति के कारण कई प्रकार की समस्याएं आवागमन के मामले में बनी हुई है। काफी इंतजार के बाद सरकार और प्रशासन दोनों ने इस तरफ ध्यान दिया। पिछले वर्ष संजय नगर रेलवे क्रॉसिंग पर अंडर ब्रिज बनाने का प्रस्ताव मंजूर हुआ। सेतु निगम छत्तीसगढ़ इस पर काम करेगा। खबर के अनुसार इसी महीने इस प्रोजेक्ट का टेंडर होना है।
कोरबा जिला प्रशासन की रुचि से सुनिश्चित हुआ है कि ज्वाइंट वेंचर से इस काम को कराया जाएगा कल 31 करोड रुपए की राशि इस प्रोजेक्ट पर खर्च होना है इसका 50 – 50 प्रतिशत का हिस्सा दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे और जिला प्रशासन को वहन करना है। काफी समय के बाद इस विषय पर सहमति बन सकी और इसी का नतीजा है कि संजय नगर इलाके में रोड अंडर ब्रिज का निर्माण नोडल एजेंसी छत्तीसगढ़ सेतु निगम के द्वारा कराया जाना है। इस पूरे प्रकरण में आसपास के 91 लोगों की परिसंपत्तियों को हटाया गया है। सबसे खास बात यह है कि संबंधित क्षेत्र की जमीन जल संसाधन विभाग के हिस्से की थी और लंबे समय से लोग यहां पर यूं ही काबिज हो गए थे। लेकिन अनेक मौके पर ऐसे लोगों को नोटिस दिए गए जिसका असर नहीं हुआ। आखिरकार कोरबा शहर के लिए महत्वपूर्ण बड़े प्रोजेक्ट को रफ्तार देने के लिए विस्थापन की प्रक्रिया कराई गई और संबंधित सभी मामलों में तीन करोड़ 30 लख रुपए के मुआवजे का वितरण किया गया।
संजय नगर रोड अंडर ब्रिज के निर्माण को लेकर नया अपडेट यह है कि कुछ समय पहले इस प्रोजेक्ट को लेकर दो पक्षों ने हाई कोर्ट में आपत्ति लगाई थी और निर्माण को चुनौती देने का प्रयास किया। इनमें से एक याचिका का निराकरण कर दिया गया है। इसी के साथ अंडर ब्रिज से संबंधित टेंडर की प्रक्रिया में गति आई है कहां जा रहा है कि इसी महीने इस पूरा किया जाना है। बाकी कार्यवाही को गति मिल रही।
निर्माण एजेंसी की ओर से कहा गया कि शहर की प्राथमिकता से जुड़े हुए इस कार्य में रेलवे को भी सहयोग करना है। पूरी कोशिश है कि दीपावली तक इस काम को प्रारंभ कर दिया जाए। बताया गया कि समय सीमा के अंतर्गत इस बड़े प्रोजेक्ट को पूरा करने का प्लान है। इसकी जरूरत इसलिए बताई जा रही है क्योंकि लंबे समय से कोरबा की जनता रेलवे क्रॉसिंग से जुड़ी समस्या को बर्दाश्त कर रही है और प्रशासन का प्रयास है कि जितनी जल्द हो सके लोगों को राहत दी जाए।