डॉक्टर ने समझाया कब एचआईवी बन जाता है एड्स और समय रहते इलाज क्यों है सबसे जरूरी

नईदिल्ली, 01 दिसम्बर ।
हमारे समाज में एचआईवी और एड्स को लेकर कई तरह की गलतफहमियां फैली हुई हैं। बहुत से लोग इन दोनों को एक ही बीमारी मान लेते हैं, जबकि मेडिकल साइंस के अनुसार एचआईवी और एड्स दो अलग-अलग कंडीशन हैं। आकाश हेल्थकेयर में इंटरनल मेडिसिन के सीनियर कंसल्टेंट, डॉ. प्रभात रंजन सिन्हा, इस विषय पर रोशनी डालते हुए बताते हैं कि लोगों में इन दोनों को लेकर अक्सर भ्रम की स्थिति रहती है, जबकि इन्हें समझना बहुत जरूरी है। आइए, 1 दिसंबर को मनाए जा रहे ङ्खशह्म्द्यस्र ्रढ्ढष्ठस् ष्ठड्ड4 के मौके पर इस बारे में विस्तार से समझते हैं। एचआईवी यानी ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस एक ऐसा खतरनाक वायरस है जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता पर धीरे-धीरे हमला करता है। यह वायरस खासतौर पर ष्टष्ठ4 कोशिकाओं को निशाना बनाता है, जो संक्रमणों से लडऩे में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
डॉक्टर के अनुसार, एचआईवी संक्रमित व्यक्ति को शुरुआती समय में कोई स्पष्ट लक्षण महसूस हों, यह जरूरी नहीं है। कई लोग वर्षों तक बिना किसी परेशानी के एचआईवी पॉजिटिव रह सकते हैं। इस दौरान वायरस शरीर में सक्रिय रहता है और धीरे-धीरे इम्यून सिस्टम को कमजोर करता जाता है। अगर इस इन्फेक्शन का सही समय पर इलाज न किया जाए, तो यह स्थिति आगे चलकर गंभीर रूप ले सकती है। एड्स यानी एक्वायर्ड इम्यूनोडेफिशिएंसी सिंड्रोम एचआईवी संक्रमण का सबसे अंतिम और गंभीर चरण है। यह कोई अलग वायरस नहीं है, बल्कि एचआईवी से लंबे समय तक बिना इलाज के रहने पर विकसित होने वाली स्थिति है।जब किसी एचआईवी संक्रमित व्यक्ति का ष्ठड्डह्म्4 काउंट 200 से नीचे पहुंच जाए, या उसे कुछ विशेष प्रकार के संक्रमण या कैंसर हो जाएं, तो उसे एड्स के रूप में डायग्नोज किया जाता है। इस अवस्था में शरीर बेहद कमजोर हो जाता है और सामान्य संक्रमण भी गंभीर हो सकते हैं। एचआईवी संक्रमण के शुरुआती वर्षों में लक्षण न दिखना सबसे बड़ी चुनौती है। इसलिए, समय-समय पर एचआईवी टेस्ट, सुरक्षित व्यवहार, और नियमित दवा लेना इन सबकी मदद से एड्स को पूरी तरह रोका जा सकता है।एचआईवी और एड्स एक ही नहीं हैं। एचआईवी एक वायरस है, जबकि एड्स उस वायरस का अंतिम और गंभीर चरण। हालांकि, अच्छी खबर यह है कि आज की आधुनिक चिकित्सा, खासकर ्रक्रञ्ज के जरिए एचआईवी संक्रमित व्यक्ति लंबे समय तक बिल्कुल सामान्य जीवन जी सकता है।

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