जयपुर , 0७ मई ।
राजस्थान के अलवर में जमीन के विवाद में भतीजों ने अपने ताऊ को जिंदा जला दिया। गंभीर हालत में ताऊ को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां सोमवार रात उनकी मौत हो गई।हरियाणा में फरीदाबाद के वल्लभगढ़ स्थित सेक्टर तीन में रहने वाले 60 वर्षीय रामस्वरूप का अपने दो भतीजों के साथ जमीन को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। रामस्वरूप मूल रूप से अलवर के करोड़ा गांव निवासी थे। वह पिछले 40 साल से बल्लभगढ़ में रह रहे थे।वहीं, उनके भतीजे करोड़ा गांव में रह रहे थे। मृतक की बेटी शिमला ने पुलिस को बताया कि छह अप्रैल को उसके पिता अपने भतीजे सोहन के यहां पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। वह कई दिनों तक गांव में ही रहे। 29 अप्रैल को सोहन की बहन के यहां विवाह का कार्यक्रम था। इस दौरान सोहन ने रामस्वरूप को शराब पिलाई और देर रात अपने छोटे भाई कालिया के साथ मिलकर उन्हें आग लगा दी। रामस्वरूप शराब के नशे में होने के कारण पेट्रोल डालकर लगाई गई आग से खुद का बचाव नहीं कर सके। इस दौरान एक बच्ची ने पूरा घटनाक्रम देख लिया। बच्ची जोर से चिल्लाई तो आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। गांव में मौजूद अन्य स्वजन रामस्वरूप को पहले तो रेवाड़ी लेकर गए और फिर फरीदाबाद के बीके अस्पताल में भर्ती कराया।यहां चिकित्सकों ने रामस्वरूप की हालत गंभीर होने की बात कह कर दिल्ली सफदरजंग अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। 30 अप्रैल को रामस्वरूप को सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के दौरान सोमवार को उनकी मौत हो गई।शिमला के अनुसार उसके पिता की करोड़ा गांव में ढाई एकड़ जमीन है। सोहन और कालिया उस जमीन को अपने कब्जे में लेना चाहते थे। इस बात को लेकर पिता का अपने भतीजों के साथ विवाद चल रहा था। हालांकि, सामाजिक कार्यक्रमों में दोनों पक्ष शामिल होते थे।