सोनभद्र। यातायात नियमों को लेकर तमाम अभियान चलाए जा रहे हैं, लेकिन जमीन पर इसका असर कम ही देखने को मिलता है। वर्ष 2025 के प्रारंभिक दो माह जनवरी व फरवरी में ही पूर्वांचल के दस जनपदों में 529 लोगों की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई, जबकि 700 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इसके दूसरी तरफ वर्ष 2024 में जनवरी व फरवरी में 388 लोगों ने अपनी जान पूर्वांचल की सड़कों पर गंवाई थी। फरवरी में महाकुंभ के दौरान पूर्वांचल में सर्वधिक 304 लोगों की जान गई। इसमें जौनपुर जनपद में सर्वाधिक 60 व सबसे कम मऊ में नौ लोगों ने अपनी जान गंवाई।
नियमों की अनदेखी पड़ रही भारीसड़क दुर्घटना में सबसे बड़ा कारण यातायात नियमों की अनदेखी है। सड़क दुर्घटना में मरने वालों में ऐसे लोगों की संख्या अधिक है जिन्होंने या ताे सीट बेल्ट या फिर हेलमेट नहीं लगाया था। इसके अलावा कुछ लोग आेवर स्पीड व गलत दिशा में वाहन चला रहे थे। ऐसे लोगों को जागरूक करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। बावजूद इसके इस गंभीर विषय पर लोग ध्यान नहीं दे रहे। आमजन को सड़क पर वाहन चलाते समय यातयात नियमों का पालन करने के लिए लगातार प्रेरित किया जा रहा है। सड़क दुर्घटना में मौत का आंकड़ा कम करने के लिए सतत प्रयास जारी है। धनवीर यादव, एआरटीओ प्रशासन।