सुधर गए हैं बलरामपुर के लोग, जो नहीं सुधरे वे भर रहे करोड़ों का चालान

बलरामपुर। जिले में शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर पुलिस की सख्ती का असर साफ नजऱ आने लगा है। धारा 185 के तहत की गई कार्रवाई ने एक ओर हादसों में कमी लाई है, वहीं दूसरी ओर नियमों का उल्लंघन करने वालों से करोड़ों का चालान वसूला गया है। पिछले 11 महीनों में 1,112 ड्रिंक एंड ड्राइव के मामले दर्ज किए गए, जिनमें से 1,019 मामलों को न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। नए मोटर व्हीकल नियमों के तहत शराब पीकर वाहन चलाने पर न्यूनतम 10,000 रुपये जुर्माना निर्धारित है। इस हिसाब से केवल ड्रिंक एंड ड्राइव के ही मामलों से 1 करोड़ 1 लाख 90 हजार रुपये का राजस्व वसूला गया है। पुलिस की कार्रवाई के असर से सडक़ हादसों के आंकड़ों में गिरावट दर्ज की गई है। एएसपी विश्वदीप त्रिपाठी ने बताया कि ड्रिंक एंड ड्राइव पर लगातार कार्रवाई के कारण हादसों एवं मृत्यु के आंकड़े कम हुए हैं। सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई है। हादसे कम हुए हों, लेकिन शराब की खपत में कमी नहीं आई—बल्कि तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की गई है। जिले में बलरामपुर, राजपुर,वाड्रफनगर, रामानुजगंज और कुसमी सहित कुल पांच मदिरा दुकानें संचालित हैं, जहां हर महीने करोड़ों की शराब बेची जा रही है। जिले में शराब की बिक्री बढ़ रही है, लेकिन शराब पीकर वाहन चलाने वालों की संख्या पुलिस की सख्ती से घटी है। यानी बलरामपुर के लोग सुधर रहे हैं, पर जो नहीं सुधरे वे शराब भी पी रहे हैं और करोड़ों का चालान भी भर रहे हैं।

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