कोरबा। कोरबा जिले के पौड़ी उपरौड़ा विकासखंड में अच्छी बारिश के कारण अब कृषि कार्य में तेजी आई है। किसानों का मानना है कि इस वर्ष अब तक बारिश अच्छी हुई है जिससे खेतों में पानी की कोई कमी नहीं है। लेकिन मजदूर के मिलने में समस्या है इसलिए आपसी सहयोग से काम चलाना पड़ रहा है।
कोरबा जिले में खरीफ सीजन के लिए धान की मुख्य फसल किसान लेते हैं। कुछ स्थानों से इस प्रकार की खबरें आ रही है कि अधिकारियों का दौरा ना होने से किसान तकनीकी जानकारी और सहायता से वंचित हैं। कुछ क्षेत्रों में स्थिति थोड़ी बेहतर है, लेकिन ज्यादातर गांवों में किसान अपनी समझ और अनुभव के भरोसे खेती कर रहे हैं। तमाम तरह के दावों के बावजूद विभिन्न समितियां से सभी किसानों को समय पर उर्वरक की पूर्ति नहीं हो सकती ऐसे में उन्होंने निजी दुकानों का सहारा लिया। जानकारी मिली है कि ज्यादा लाभ और दूसरे कारण से किसान अब पारंपरिक किस्मों की बजाय हाई ब्रीड धान की ओर रुख कर रहे हैं। यह किस्में न केवल अधिक पैदावार देती हैं बल्कि मौसम की अनिश्चितताओं में भी बेहतर प्रदर्शन करती हैं। समर्थन मूल्य 3100 रुपए प्रति क्विंटल मिलने के कारण किसान धान उत्पादन में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। हालांकि पतले किस्म के धान से मुनाफा कम होता है, इसलिए इसे केवल घरेलू उपयोग के लिए उगाया जा रहा है।