जिला अस्पताल में होगी क्रॉस वेंटिलेशन की व्यवस्था

जांजगीर। जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने शनिवार को अस्पताल का निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने सबसे पहले एनआरसी में भर्ती 11 बच्चों की देखभाल की स्थिति देखी।
कलेक्टर ने बच्चों के खेलने के लिए अस्पताल के सामने स्थित हॉल को विकसित करने, टीवी को हॉल से बाहर रखने और अस्पताल में क्रॉस वेंटिलेशन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए एनीमिया से पीडि़त महिलाओं का तत्काल इलाज करने के आदेश दिए। कलेक्टर ने कहा कि अस्पताल में डॉक्टर उपलब्ध हैं, लेकिन मानव संसाधन की कमी सबसे बड़ी चुनौती है। विशेष चिकित्सक और मेडिकल ऑफिसर की आवश्यकता है। एनएचएम और नियमित भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से डॉक्टरों की नियुक्ति की जा रही है।
एसएनसीयू में छोटे बच्चों का इलाज हो रहा है, लेकिन सीमित सीट और स्टाफ के कारण सभी बच्चों को भर्ती करना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि वेंटिलेटर जैसी सुविधाओं के लिए पर्याप्त स्टाफ जरूरी है। किसी भी नई मशीन लगाने से पहले स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। पीडियाट्रिशियन और गायनेकोलॉजिस्ट की कमी का भी पता चला। अस्पताल के इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार किया जा रहा है। लिफ्ट का काम पूरा किया जा रहा है और आईसीयू सहित अन्य कमरे बढ़ाने की प्रक्रिया चल रही है। 15 नवंबर तक इन सुधारों को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। आयुष्मान भारत योजना के तहत मरीजों की सुविधा के लिए अलग रिसेप्शन की व्यवस्था की जा रही है।
शिशु वार्ड में वेंटिलेटर क्षमता बढ़ाने और भर्ती का प्रस्ताव भेजने के निर्देश: कलेक्टर ने नवजात शिशु वार्ड का निरीक्षण कर वेंटिलेटर, उपकरणों और स्टाफ की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि वेंटिलेटर की क्षमता बढ़ाने और प्रशिक्षित स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रस्ताव भेजा जाए।
निरीक्षण के दौरान एक महिला मरीज ने बताया कि सोनोग्राफी रिपोर्ट समय पर नहीं मिली। इस पर कलेक्टर ने सिविल सर्जन को निर्देश दिए कि रिपोर्ट तुरंत उपलब्ध कराई जाए और आगे की जांच व उपचार में देरी न हो। सोनोग्राफी यूनिट में तकनीकी दिक्कत न आए, इसके लिए नियमित मॉनिटरिंग करने को कहा।

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