
केप कैनावेरल। सोवियत दौर में शुक्र ग्रह के लिए छोड़ा गया एक अंतरिक्ष यान इस हफ्ते के अंत तक धरती पर गिर सकता है। तकनीकी कारणों से यह विमान शुक्र ग्रह तक नहीं पहुंच सका था और अंतरिक्ष में परिक्रमा कर रहा था।टाइटेनियम की परत से ढका आधा टन का यह यान करीब 53 साल पहले पृथ्वी से छोड़ा गया था। इसे सौर मंडल के सबसे गर्म ग्रह पर उतरने के लिए बनाया गया था। यह यान शनिवार को पृथ्वी के वायुमंडल में अनियंत्रित रूप से प्रवेश करेगा।विशेषज्ञों के अनुसार, यह संभवत: समुद्र या निर्जन क्षेत्र में गिरेगा। कोलोराडो विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक मार्सिन पिलिंस्की ने कहा कि आबादी वाले क्षेत्र में इसके गिरने की संभावना अत्यंत नगण्य है। शुक्रवार तक संकेत थे कि यह शनिवार सुबह यूएस ईस्ट समय के अनुसार पुन: प्रवेश करेगा।अंतरिक्ष मलबा ट्रैकर्स की भविष्यवाणियों के बावजूद, यह अभी जल्दबाजी होगी कि कासमोस 482 कब और कहां गिरेगा। सोवियत संघ ने 1972 में इसे शुक्र ग्रह पर भेजने के लिए लांच किया था, लेकिन रॉकेट खराबी के कारण यह पृथ्वी की कक्षा में फंस गया।