
धनबाद, 0४ नवंबर।
सोमवार की देर रात जामताड़ा से बोकारो के लगुबुरु घंटाबाड़ी के लिए जा रहे श्रद्धालुओं से भरी तीन बसें राजगंज के चालीबंगला स्थित वन विभाग के कार्यालय के समीप आपस में टकरा गईं। इस भीषण सडक़ दुर्घटना में 70 से अधिक महिला-पुरुष घायल हो गए, जिसके बाद गंभीर रूप से घायल लोगों को तत्काल 108 एंबुलेंस की मदद से इलाज के लिए एसएनएमएमसीएच धनबाद भेजा गया। अन्य मामूली रूप से घायल एवं बचे हुए लोग फिलहाल स्थानीय एक पेट्रोल पंप पर आश्रय लिए हुए हैं।
यह दुर्घटना देर रात करीब 12 बजे घटी। तीनों बसें सोमवार की सुबह करीब 9 बजे नाला पेट्रोल पंप से बोकारो के लालपनिया के लिए एक साथ खुली थीं। तीनों ही बसों में आदिवासी समुदाय के लोग सवार थे, जो लगुबुरु घंटाबाड़ी में पूजा-अर्चना के लिए जा रहे थे। बस में सवार एक महिला यात्री लतिका सोरेन ने बताया कि उन्हें मंगलवार सुबह 9 बजे वहां पूजा करनी थी। उन्होंने बताया कि दुर्घटना के समय सभी गहरी नींद में थे। लतिका सोरेन के अनुसार, उनकी बस सबसे पीछे चल रही थी। जैसे ही सामने जा रही बस से जोरदार टक्कर हुई, बस में चीख-पुकार मच गई।
टक्कर इतनी भीषण थी कि सभी लोग अपनी सीट से गिर पड़े। दरवाजा लाक हो जाने के कारण बस का सामने का शीशा तोडक़र किसी तरह सभी को बाहर निकाला गया।सामने जा रही दूसरी बस को भी पीछे से ठोकर लगने के बाद वह भी रुक गया, जबकि सबसे आगे चल रही बस मौके से निकल गई।
हादसे के बाद पीछे की दोनों बसों में सवार करीब 120 यात्री वाहन से निकलकर पेट्रोल पंप पर रुके हुए हैं। हादसे में टाडा निवासी करीब 70 वर्षीय बुजुर्ग रास मुनि देवी का हाथ टूट गया है। इनके अलावा सोनाली हांसदा, बसंती किस्कू, धन टुडू, लूखी मुनि हेंब्रम, बाय हेंब्रम, मंगोली सोरेन, राज देव मरांडी, दीपक मुर्मू सहित तीन दर्जन से अधिक महिला व पुरुष यात्री घायल हैं।हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और तुरंत राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। हादसे के कारण कोलकाता-दिल्ली लेन एनएच 19 पर आवागमन बाधित हो गया था। पुलिस ने दुर्घटनाग्रस्त बसों को सडक़ से हटवाने के बाद आवागमन सुचारू करवा पाई।


































