कोयला कंपनी पर बनाया दबाव
कोरबा। साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड कोरबा क्षेत्र की मानिकपुर परियोजना में सोमवार को ट्रांसपोर्टिंग और अन्य कामकाज ठप रहा। वाहन मालिक संघ ने अपनी मांगों को लेकर हड़ताल शुरू की। वह ट्रांसपोर्टिंग रेट बढ़ाना चाहता है क्योंकि वर्तमान रेट में उसके सामने चुनौतियां हैं। हड़ताल के कारण खदान में ट्रांसपोर्ट और अन्य संबंधित कामकाज प्रभावित हो गए।
कोरबा जिले में ओपन कास्ट माइंस मानिकपुर के अंतर्गत वाहन मालिक संगठन के द्वारा हड़ताल का आव्हान किया गया था। उसने पहले ही साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड को प्रदर्शन को लेकर अल्टीमेटम दिया था और आवश्यक विचार करने को कहा था। प्रबंधन ने इस मामले को शीर्ष प्रबंधन के स्तर का बताया और गेंद दूसरे पाले में डाल दी। कोयला कंपनी पर दबाव बनाने की नीति से वाहन मालिकों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की और मानिकपुर कोलियरी के गेट पर प्रदर्शन किया। स्वाभाविक रूप से जब हड़ताल की घोषणा वाहन मालिक संगठन की ओर से की जा रही है तो फिर चालकों का हड़ताल में शामिल होना लाजमी है। मानिकपुर ओपन कास्ट माइंस मैं अकोला डिस्पैच के साथ-साथ ओवर बर्डन के ट्रांसपोर्ट के लिए अनुबंध की गई है, इन सभी के पहिए थमे रहे। संगठन की मांग है कि एसईसीएल प्रबंधन को कोयला और ओवर बर्डन धुलाई के लिए जो भाड़ा दिया जा रहा है, उसे पुनरक्षित किया जाना चाहिए। संगठन ने इस विषय पर तर्क दिया है कि ईंधन के अलावा गाडिय़ों के स्पेयर पार्ट्स और दूसरे खर्च बढ़ रहे हैं। श्रम कानून की सख्ती के चलते कई रास्ते बंद हो गए हैं। ऐसे में आर्थिक संपन्नता पर प्रभाव पड़ा है। संगठन में ऐसे ही मसलों को लेकर प्रदर्शन किया। माना जा रहा है कि साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड पर अपनी मांगों को स्वीकृत करने के लिए दबाव बनाने की रणनीति के तहत इस रास्ते को चुना गया है। संगठन की ओर से कहा गया कि प्रदर्शन के साथ प्रबंधन के अधिकारियों को ज्ञापन के जरिए मांग की जानकारी दी जाएगी। घोषणा की गई है कि जब तक हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा, ट्रांसपोर्टेशन बंद रहेगा।