
पुलिस ने कहा- साइबर ठगी के मामले बढ़ रहे, सतर्क रहें
कोरबा। ठगी का नया-नया तरीका लोग ईजाद करते हैं। एक ठग गिरोह तबादले के बाद फर्नीचर यही बेंच देने के बहाने फेसबुक से संपर्क करता है और फिर आपसे आपका नंबर लेता है ।बातचीत में सीआरपीएफ कमांडेंट बनकर फर्नीचर बेचने के बहाने ठगी करता है। ऐसा ही प्रयास ठग ने एक पत्रकार के साथ भी किया लेकिन उसकी पोल खुल गई।फेसबुक पर आपके मित्रों की सूची देखकर किसी का अकाउंट हैक किया जाता है और फिर आपसे संपर्क किया जाता है हाय हेलो के बाद फेसबुक मित्र का हवाला देकर आपका नंबर मांगा जाता है और फिर आपके मोबाइल पर कॉल आता है की सर में अमुक स्थान से बोल रहा हूं सीआरपीएफ कमांडर हूं मेरा ट्रांसफर हो गया है मुझे जाना है मेरे पास जो फर्नीचर है उसे बेचना चाहता हूं। आपके हां करते ही अच्छी किस्म के फर्नीचर का फोटोग्राफ्स आपको भेजा जाता है सौदा होता है और फिर आपसे अकाउंट नंबर देकर पैसे मांगे जाते हैं।ऐसा ही प्रयास कोरबा के जाने-माने पत्रकार मनोज यादव के साथ भी किया गया। कोरबा में एएसपी और एस पी के रूप में पदस्थ रहे उदय किरण का रिश्तेदार बनकर मनोज से संपर्क किया गया और तरीका वही अपनाया गया। यानी फर्नीचर के बहाने ठगी की कोशिश। ठग ने बात बनाने की कोशिश तो बहुत की लेकिन मनोज यादव से बातचीत में स्पष्ट दिख रहा था की वह ठग है। इस मामले की सूचना कोरबा सीएस पी भूषण एक्का को दी गई। उन्होंने बताया की लोग ठगो से बचे रहें इसे लेकर जागरूकता अभियान लगातार चलाए जा रहा है बैनर पोस्टर लगाकर लोगों को साझा किया जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय राष्ट्रीय प्रादेशिक और स्थानीय ठग आपकी गाढ़ी कमाई पर नजर बनाए हुए हैं। वह फर्नीचर ,नौकरी ,बीमारी और न जाने क्या-क्या बहाने बनाकर आपको ठगने की योजना बनाते रहते हैं। स्थानीय स्तर पर भी कोई आपके बालको, लैंको के जाली वर्क आर्डर दिखाकर ठगने का प्रयास करेगा तो कोई जमीन दिलाने के नाम पर आपकी भावनाओं के साथ खिलवाड़ करते हुए आपकी तिजोरी साफ कर देगा। मनोज यादव को ठगने के लिए आईपीएस अधिकारी के नाम का बहाना बनाया गया तो कोरबा के ठग भी रसूखदार लोगों का सहारा लेकर आपको ठगने का प्रयास करेंगे। ऐसे लोगों के चक्कर में फंसकर आप भी उनके समक्ष गिड़गिड़ाने के लिए विवश न हो जाए इसलिए पहले से सतर्क रहें।