कोरबा। कटघोरा वनमंडल अंतर्गत तनेरा व बनिया गांव के दर्जनों ग्रामीण शासन की महत्वकांक्षी योजना किसान मित्र योजना की प्रोत्साहन राशि पाने के लिए वन विभाग का लगातार चक्कर लगा रहे हैं लेकिन वन विभाग के अधिकारी उन्हें राशि दिलाने में अब तक नाकाम हैं, जिससे उनमें गहरा आक्रोश है।जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ शासन में मोदी की गारंटी एवं साय के सुशासन में शासन की विभिन्न महत्वकांक्षी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। जिनमें से किसान मित्र योजना कृषकों के हित एवं आर्थिक लाभ पहुंचाने की दृष्टि से संचालित है जिसका क्रियान्वयन वन विभाग के द्वारा किया जाता है किंतु कटघोरा वनमंडल अंतर्गत सुदूर वनांचल क्षेत्र पसान वन परिक्षेत्र के ग्राम बनिया एवं तनेरा के ग्रामीण कृषकों द्वारा जुलाई 2024 में क्लोन नीलगिरी के पौधे का अपने स्वयं के व्यय पर खुद की भूमि पर वृक्षारोपण किया गया है जिसका प्रोत्साहन राशि आज दिनांक तक अप्राप्त है। ग्रामीण कृषक वन विभाग के रवैये से परेशान हैं क्योंकि एक ओर खेतों में धान की फसल को जंगली जानवरों द्वारा चौपट कर दिया जाता है और मुआवजा राशि संबंधित वन रक्षक के द्वारा अपने किसी परिचित व्यक्ति अथवा चाहने वालों के नाम से निकाल लिया जाता है। वहीं दूसरी तरफ नीलगिरी रोपण के प्रोत्साहन राशि भी दिलाने में वन विभाग के कर्मचारी नाकाम हैं। प्रोत्साहन राशि के लिए भटक रहे किसानों में तनेरा के तीजराम, श्रवण कुमार, कृष्ण कुमार, गौरीशंकर, शिव रजक, सुनील, रमेश, संतोष कुमार तथा ग्राम बनिया के महाबलेश्वर, राजेश कुमार, सूर्यकुमार व रामसिंह शामिल हैं।