
एनटीपीसी प्रबंधन के रवैये से नाराजगी, नियंत्रण के लिए केवल मिल रहा आश्वासन
कोरबा। जिले में बिजली घरों के द्वारा अपने यहां से उत्सर्जित राखड़ के स्टोर के लिए बनाए गए फ्लाईऐश पौंड के नजदीकी क्षेत्र में जनजीवन प्रदूषण की समस्या से जूझ रहा है। खासतौर पर एनटीपीसी प्रबंधन को लेकर लोगों की नाराजगी है। लोगों ने आंदोलन की मानसिकता बनाई है।
कटघोरा ब्लॉक का ग्राम पंचायत धनरास में स्थापित एनटीपीसी थर्मल पावर प्लांट का राखड़ डंप एरिया स्थापित है। जिसकी वजह से यहां के ग्रामीण इस राखड़ के दूषित पानी, व उड़ते राखड़ से हमेशा से पीडि़त रहे हैं। एनटीपीसी प्रबंधन की लापरवाही को लेकर यहां के ग्रामीण कई दफा आंदोलन कर चुके है जिसमें क्षेत्रीय विधायक भी ग्रामीणों की मूलभूत समस्याओं को लेकर एनटीपीसी प्रबंधन से उनकी मांगों लेकर बात कर चुके है लेकिन एनटीपीसी प्रबंधन सिर्फ आजतक आश्वासन ही देता आया है। इस बारे में धनरास पंचायत के सरपंच लक्ष्मीकांत कंवर ने जिला कलेक्टर व कटघोरा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को ज्ञापन सौपते हुए सूचित किया है। उन्होंने अपने ज्ञापन के माध्यम से जानकारी देते हुए बताया है कि हमने अपनी 3 सूत्रीय मांगों को लेकर आपके समक्ष कई बार आवेदन देकर आंदोलन किया गया है जिसका निराकरण अभी तक पिछले 6 महीनों से नहीं हुआ है केवल आश्वाशन दिया जा रहा है इसलिए पुन: निम्न मांगो को लेकर आंदोलन किया जाना है। कहा गया कि ग्राम पंचायत धनरास के बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। राखड़ बांध में पिछले 10 वर्षों से मजदूरी दर में किसी प्रकार की बढ़ोतरी नहीं हुई है एवं एनटीपीसी दर से भुगतान किया जाए। नवंबर माह से जुलाई माह तक 9 महीने राखड़ डस्ट उडऩे की शिकायत रहती है जिसकी परेशानी पूरे धनरास पंचायत को उठाना पड़ता है जबकि 9 माह में केवल 10 दिवस का 300 के हिसाब से क्षतिपूर्ति राशि दिया जाता है उसको बढ़ाकर पूरे 9 माह तक दिया जाए।
तीन मांगों पर विशेष जोर
ग्राम पंचायत धनरास के नवनिर्वाचित सरपंच व युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव लक्ष्मीकांत कंवर ने बताया कि उनके नेतृत्व में कई बार आंदोलन हो चुका है लेकिन एनटीपीसी प्रबंधन द्वारा सिर्फ आश्वासन दिया गया। अब धनरास के ग्रामीण अपनी 3 सूत्रीय मांगों को लेकर 17 मार्च से अनिश्चितकालीन आंदोलन करेंगे। इस बार आरपार की लड़ाई होगी।