कोलकाता। केंद्र के नए वक्फ संशोधन विधेयक को वापस लेने की मांग को लेकर बंगाल के मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद जिले में मंगलवार को मुस्लिम संगठनों का विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया। जंगीपुर इलाके में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच दोपहर में हिंसक झड़प हो गई, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।
उपद्रवियों की भीड़ ने पुलिस पर हमले के साथ कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। इसमें पुलिस की कई गाडिय़ां शामिल है। भीड़ ने पुलिस की गाडियों में जमकर तोडफोड़ मचाई और पथराव किया।
प्रदर्शनकारियों ने चार घंटे तक राष्ट्रीय राजमार्ग-12 को अवरुद्ध रखा। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल के साथ रैफ को उतारना पड़ा। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेडऩे के लिए आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। घटना से क्षेत्र से व्यापक तनाव है।

बनियापुर और उमरपुर इलाकों में कई घरों में तोड़फोड़

मिली जानकारी के अनुसार, मुस्लिम समुदाय द्वारा जंगीपुर पीडब्ल्यूडी मैदान से वक्फ बिल वापस लेने की मांग को लेकर विरोध मार्च निकाला गया था। राष्ट्रीय राजमार्ग-12 को जाम करने के इरादे से जैसे ही ये मार्च जंगीपुर से उमरपुर की ओर बढ़ा, पुलिस ने उन्हें रोका। इसी के बाद पुलिस के साथ उनकी झड़प हो गई।

भीड़ ने पुलिस की कई गाडिय़ों में आग लगा दी। साथ ही बनियापुर और उमरपुर इलाकों में कई घरों में भी तोडफोड़ की खबर है। इसके बाद जंगीपुर के पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में एक बड़ी पुलिस टीम स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पहुंची। गौरतलब है इससे पहले सीएए के खिलाफ भी कुछ वर्ष पहले मुर्शिदाबाद जिले में जमकर हिंसा हुई थी। घटना पर राज्य के मंत्री सिद्धीकुल्ला चौधरी ने भीड़ पर पुलिस लाठीचार्ज को लेकर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि पहले वाममोर्चा शासनकाल में पुलिस बेवजह लाठीचार्ज करती थी। हम नहीं जानते कि पुलिस ने लाठीचार्ज क्यों किया? हम हिंसा नहीं चाहते हैं।

हिंसा को लेकर भाजपा ने घेरा

वहीं हिंसा की इस घटना को लेकर राज्य में विपक्षी भाजपा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को घेरा है। पार्टी के आइटी सेल के प्रमुख व बंगाल के सह-प्रभारी अमित मालवीय ने एक्स पर पोस्ट में कहा, बंगाल फिर से आग की लपटों में हैं।