
रांची। कुख्यात अमन साव गिरोह के हार्डकोर अपराधी सुनील सिंह मीणा उर्फ मयंक सिंह को झारखंड पुलिस की आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने छह दिनों तक पूछताछ के बाद सोमवार को न्यायिक हिरासत में रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में भेज दिया है। छह दिनों की पूछताछ के दौरान मयंक सिंह ने कई सनसनीखेज खुलासा किया है। उसने झारखंड में हथियार आपूर्ति का पाकिस्तान लिंक बताया है। उसने बताया है कि सभी छोटे-बड़े हथियारों की आपूर्ति पाकिस्तान से होती थी। मेड इन पाकिस्तान हथियार पाकिस्तान से ड्रोन के माध्यम से हथियार पंजाब में भेजा जाता था। पंजाब से मयंक सिंह सडक़ या रेल मार्ग से उक्त हथियार झारखंड में भेजता था। वह एक बार दस हथियार भेजा था। ऐसे छिटपुट में कई बार उसने झारखंड में अमन साव गिरोह को हथियार की आपूर्ति की थी। इस स्वीकारोक्ति के बाद अब मयंक सिंह के विरुद्ध देशद्रोह की धाराएं भी लगेंगी और उसके विरुद्ध आतंकवाद का केस भी चलेगा। सुनील सिंह मीणा उर्फ मयंक सिंह कुख्यात अंतरराष्ट्रीय अपराधी लारेंस विश्नोई का सहयोगी तो था ही, उसके माध्यम से कुख्यात अपराधी अमन साव से भी उसके संबंध हो गए थे। लारेंस विश्नोई ने ही मयंक सिंह का परिचय अमन साव से करवाया था।इसके बाद अमन साव की मांग पर मयंक सिंह ने लारेंस विश्नोई के माध्यम से कई बार अमन साव को हथियारों की आपूर्ति की। झारखंड में हथियारों की आपूर्ति के बदले अमन साव ने हवाला के जरिये करोड़ों रुपये पाकिस्तान भिजवाया था। हवाला के जरिये रुपये पहले यूरोप भेजे जाते थे। यूरोप से उक्त राशि थाइलैंड व मलेशिया भेजा जाता था। मलेशिया के कुआलालंपुर में पाक पंजाब रेस्टोरेंट। इसी रेस्टोरेंट में कार्यरत पाकिस्तानी वर्कर से पैसा पहुंचता था पाकिस्तान। सुनील सिंह मीणा कभी मलेशिया तो कभी अजरबैजान में रहता था। मलेशिया के कुआललंपुर में पाकिस्तान के दो रेस्टोरेंट हैं।
उनमें से एक रेस्टोरेंट का नाम पाक पंजाब रेस्टोरेंट है, जिसमें पाकिस्तानी वर्कर कार्यरत हैं।हवाला के रुपये उन पाकिस्तानी वर्कर के माध्यम से पाकिस्तान पहुंचाया जाता था। पाकिस्तानी हथियार आपूर्तिकर्ताओं तक उक्त राशि पहुंचती थी, जिसके बदले में पाकिस्तान से हथियार की आपूर्ति होती थी।रांची के बरियातू थाना क्षेत्र स्थित सेंट्रल एकेडमी स्कूल के समीप अपराधियों ने कोयला कारोबारी विपिन मिश्रा पर सात मार्च को अपराधियों ने गोली चलाई थी। इस घटना में विपिन मिश्रा जख्मी हो गए थे। उनपर जिस हथियार से गोली चली थी, वह हथियार भी मेड इन पाकिस्तान था।
घटना के दिन विपिन मिश्रा बरियातू स्थित अपने आवास ग्रीन पार्क से चेशायर होम रोड स्थित कार्यालय जाने के लिए निकले थे कि तीन अज्ञात बाइक सवार अपराधियों ने उनपर गोली चलाई थी और मौके से फरार हो गए थे।इस घटना में रांची पुलिस ने 16 जून को छह आरोपितों पर चार्जशीट दाखिल की है। आरोपितों में विशाल मुंडा, करण कुमार उरांव, अविनाश कुमार ठाकुर उर्फ सिल्लू, शोभित सिंह उर्फ मकसूदन, प्रेम पांडेय उर्फ प्रेम प्रकाश पांडेय शामिल हैं। सभी आरोपित अमन साव गिरोह से संबद्ध बताये गए हैं।अपराधी सुनील सिंह मीणा उर्फ मयंक सिंह प्रत्यर्पण के तहत 23 अगस्त को अजरबैजान से रांची लाया गया था। उसी दिन उसे रामगढ़ के पतरातू (भदानीनगर) थाने में 2022 में एक केस में एटीएस ने रामगढ़ स्थित न्यायालय में पेश किया था।कोर्ट से छह दिनों तक पूछताछ की अनुमति के बाद एटीएस ने उससे रिमांड पर पूछताछ की है। उसके विरुद्ध लेवी-रंगदारी मांगने से संबंधित सिर्फ झारखंड में 48 मामले दर्ज हैं।ये सभी मामले हजारीबाग जिले के बडक़ागांव, केरेडारी, कोर्रा, हजारीबाग सदर, रांची, रामगढ़, पलामू व गिरिडीह में दर्ज हैं। उसके विरुद्ध दूसरे राज्यों में भी प्राथमिकियां दर्ज हैं।