
कराची। जाफर एक्सप्रेस ट्रेन हाईजैक को लेकर पाकिस्तानी सेना और बलूच विद्रोहियों ने परस्पर विरोधी दावे किए हैं। पाकिस्तानी सेना ने सभी बंधकों को मुक्त कराने के साथ ऑपरेशन खत्म होने का दावा किया है।
बलूच विद्रोहियों ने 100 जवानों को मौत के घाट उतारा
सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ ने कहा कि क्वेटा से पेशावर जा रही नौ बोगियों वाली जाफर एक्सप्रेस ट्रेन में 440 यात्री सवार थे। मंगलवार दोपहर एक बजे विद्रोहियों ने ओसी पुर के बोलन इलाके में पटरी को उड़ा दिया था।
पाक सेना, फ्रंटियर कार्प्स, एसएसजी और वायुसेना ने इस आपरेशन को अंजाम दिया। पूरे आपरेशन के दौरान विद्रोही सैटेलाइट फोन के जरिये अफगानिस्तान में बैठे हमले के मास्टरमाइंड और आकाओं के संपर्क में थे। सभी विद्रोहियों और उनके आकाओं को मार गिराया जाएगा, फिर चाहे वे कहीं भी हों।
214 यात्रियों को बंधक बनाने का दावा
इससे पूर्व पाकिस्तान के गृह राज्य मंत्री तलाल चौधरी ने कहा था कि शरीर में बम बांधकर यात्रियों के बीच बैठे विद्रोहियों से बचाव अभियान में मुश्किल आ रही है। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने मंगलवार को हाईजैक की जिम्मेदारी लेते हुए 214 यात्रियों को बंधक बनाने का दावा किया था।
बलूच कैदियों को छोड़ने के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था
बीएलए ने बंधकों के बदले बलूच कैदियों को छोड़ने के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। एक्स हैंडल पर बुधवार रात जारी बयान में बीएलए के प्रवक्ता जीयांद बलूच ने दावा किया कि दो दिनों में पाकिस्तानी सुरक्षाबलों के 100 जवान मारे गए। बंधक बनाए गए 50 जवानों को बुधवार और 10 जवानों को मंगलवार को मारा गया। जबकि सैन्य कार्रवाई के दौरान पाकिस्तान के 40 और बीएलए के तीन सैनिक मारे गए। अभी भी 150 बंधक कब्जे में हैं। अब अंतिम चेतावनी है कि फिर से सैन्य हमला होने पर सभी बंधकों को तुरंत मार दिया जाएगा।