
डभरा। गर्मी दिनों दिन बढ़ रही है। इस गर्मी में नदी नाले पोखर तालाब सूखने लगे हैं। नहर से पानी अभी तक इन नदी नालों में नहीं पहुंच पाया है।डभरा ब्लाक के ग्राम तेंदूमुड़ी एवं सुखापाली सहित अंतिम छोर के दर्जनों गांवों में नहर का पानी नहीं पहुंच पाया है। मालखरौदा क्षेत्र के ग्राम घोघरी ,बासीन, बरपाली ,देवगांव डोमा सहित दर्जनों गांव में कुरदा वितरक नहर से पानी निस्तारी के लिए नहीं पहुंच रहा है। जबकि नहरमें पानी आ रहा है इसके बाद भी अंतिम छोर के गांव तक नहर में पानी निस्तारी के लिए नहीं पहुंच पाया है। प्रशासन द्वारा नहरो में पानी निस्तारी के लिए छोड़ा गया है इसके बाद भी गांव के तालाब ,नदी, नाले सूख चुके हैं । वही मवेशियों के पीने के लिए भी पानी नहीं मिल रहा है। ग्राम घोघरी का बगान नाला पूरी तरह सूख चुका है। अभी तक नहर का पानी निस्तार के लिए नहीं पहुंचा है ।जबकि ग्राम घोघरी में सोमवार को आम बाजार एवं मंगलवार को मवेशी बाजार लगता है। मवेशी बाजार में बड़ी संख्या में मवेशी आते हैं। उनके पीने के लिए पानी के लाले पड़ रहे हैं ।दूर-दूर से ग्रामीण मवेशी बेचने के लिए ग्राम पंचायत घोघरी पहुंचते हैं । बगान नाला के दोनों तरफ मवेशी बाजार लगता है । ग्राम पंचायत खोंधर के अन्तर्गत ग्राम तेंदुमुड़ी में मंगलवार को मवेशी बाजार लगता है । इस क्षेत्र की जीवनदायनी बोराई नदी में भी पानी नहीं है। चुका है बूंद बूंद के लिए पशु पक्षी जूझ रहे हैं । कुरदा मुख्य वितरक नहर के ऊपरी क्षेत्र में किसानों के द्वारा ग्रीष्म कालीन धान की फसल ली गई है और नहर के पानी का उपयोग धान फसल की सिंचाई के लिए कर रहे हैं।इसके कारण नहर के अंतिम छोर तक पानी नहीं पहुंच रहा है। अप्रैल महीने में ही गर्मी का पारा चढ़ रहा है और गांवों के हैंड पंप के हलक सूख चुके हैं । बोरवेल्स का जल स्तर नीचे चला गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल एवं निस्तारी की समस्या दिनों दिन बढ़ रही है।ग्राम बासीन के ग्रामीण सौरभ आदित्य ने बताया कि नहर में पानी नहीं आ रहा है। जिस कारण तालाब डबरी में पानी भर नही पा रहा है। गांव के स्कूल पारा मोहल्ले में पानी की किल्लत है ।पेयजल एवं निस्तारी की समस्या दिनो दिन विकराल रूप धारण कर रही है ।हैंडपंप सुख चूके हैं, नाला पोखरी भी सूख गए हैं। नहर के ऊपरी क्षेत्रों में पानी को रोककर रखा गया है अंतिम छोर तक पानी पहुंचाया जाए।इस संबंध में ग्राम पंचायत घोघरी की सरपंच मनुदाई सिदार ने बताया कि बगान नाला एवं तालाब सूख गए हैं ।गांव में निस्तारी की समस्या हो रही है नहर में पानी आ रहा है परंतु ऊपरी क्षेत्र के किसानों द्वारा धान की खेती में पानी का उपयोग किया जा रहा है।