रांची, 01 नवंबर ।
कार्तिक महीने में कृष्ण पक्ष के चतुर्थी तिथि को मनाया जाने वाला करवाचौथ का व्रत बुधवार को है। अखंड सौभाग्य व सफल दांपत्य जीवन की कामना से सुहागिन महिलाएं निर्जला व्रत रखेंगी। सोलह श्रृंगार कर मां गौरी-महादेव व गणेश की आराधना करेंगी। दिनभर उपवास में रहने के बाद संध्या काल में चलनी से चंद्रदेव का दर्शन करने के उपरांत पारण करेंगी। परंपरा के अनुसार चंद्रमा के दर्शन के बाद पति अपने हाथों से पत्नी को पानी पिलाते हैं। पंडित बिपिन उपाध्याय के अनुसार चतुर्थी तिथि का मान रात 10.59 बजे तक है।वहीं, रात 08.10 बजे चंद्रोदय होगा। करवाचौथ के दिन श्री गणेश चतुर्थी व्रत भी है। इससे पर्व का महत्व और बढ़ जाता है। वहीं, इस पर सर्व सिद्धि योग के साथ अमृत योग का विशेष संयोग बन रहा है।
पूरा दिन रहेगा। कपड़ा बाजार में रौनक, मेहंदी लगाने के लिए लगी रही। करवाचौथ से एक दिन पूर्व मंगलवार को कपड़ा बाजार व श्रृंगार दुकानों में महिलाओं की भीड़ रही। पूजन सामग्रियों की भी जमकर बिक्री हुई। यही नहीं ब्यूटी पार्लर व मेहंदी लगाने के लिए महिलाओं को इंतजार करना पड़ा। कई जगह मेहंदी लगाने के लिए एडवांस बुकिंग की गई थी।
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