लखनऊ। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम में बतौर अधीक्षण अभियंता सेवाएं दे रहे राजेश कुमार का बीते 45 दिन में पांच बार तबादला किया गया है। पावर ऑफिसर एसोसिएशन ने मध्यांचल प्रबंधन पर दलित अभियंताओं को प्रताडि़त करने का आरोप लगाते हुए इस प्रकरण पर पावर कारपोरेशन चेयरमैन व प्रबंध निदेशक से हस्तक्षेप की मांग की है। ऑफिसर एसोसिएशन ने साफ किया है कि अधीक्षण अभियंता के समर्थन में 18 जनवरी को पूरे मध्यांचल में दलित व पिछड़े वर्ग के अभियंता काली पट्टी बांधकर काम करेंगे। पावर ऑफिसर एसोसिएशन ने इस मामले में मंगलवार को ऊर्जा मंत्री एके शर्मा से मुलाकात का समय मांगा है। इसके साथ ही 22 जनवरी के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात की बात कही है। पावर ऑफिसर एसोसिएशन की सोमवार को आपात बैठक में यह निर्णय लिया गया। पावर ऑफिसर एसोसिएशन के केंद्रीय उपाध्यक्ष राजेश कुमार का 45 दिन में पांच बार ट्रांसफर किया गया है। उन्हें लेसा से मध्यांचल, फिर बलरामपुर, फिर लेसा उसके बाद से मध्यांचल और अब बरेली में अटैच किया गया है। ऑफिसर एसोसिएशन के कार्यवाहक अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा, उपाध्यक्ष पीएम प्रभाकर, राजेश कुमार, महासचिव अनिल कुमार, संगठन सचिव हरिश्चंद्र वर्मा, बिंदा प्रसाद ने भरोसा जताया कि पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक पूरे मामले पर तत्काल हस्तक्षेप कर गतिरोध को दूर करेंगे। एसोसिएशन ने यह गतिरोध दूर न होने पर सुप्रीम कोर्ट से गठित शासन की दो सदस्य कमेटी में अपनी बात रखने और जरूरत पडऩे पर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा की बात भी कही है।