
महतारी वंदन योजना के लिए औपचारिकता पूरी करने पर काम तेज
कोरबा। वर्ष में 12 हजार रुपए के आर्थिक लाभ की गारंटी महिलाओं को देने वाली महतारी वंदन योजना की निरंतरता को लेकर सरकार प्रतिबद्धता जता रही है। कई मौकों पर इस बात को दोहराया गया है। इन सबके बीच आंगनबाड़ी केंद्रों में अनेक मामलों में आवेदकों की उपस्थिति शेष बचे दस्तावेजों को जमा करने के लिए दर्ज हो रही है। कहा जा रहा है कि इस आधार पर आगे पात्रता निर्धारित हो सकती है।
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने सभी विवाहित महिलाओं को हर महीने एक हजार रुपए की सहायता देने वाली महतारी वंदन योजना की घोषणा की थी। भाजपा ने कहा था कि वह इस योजना के जरिए महिलाओं को वर्ष भर में 12 हजार रुपए की सहायता उपलब्ध कराएगी। इस बारे में उस समय सामान्य नियम शर्ते थे। आंगनबाड़ी केंद्रों के स्तर पर महिलाओं की ओर से योजना से लाभान्वित होने के लिए आवेदन किये गए। वादे के तहत सरकार ने काफी शीघ्रता से इस योजना का क्रियान्वयन प्रारंभ कराया। अब तक तीन महीने का भुगतान योजना में हो चुका है। सरकार की नीति के अंतर्गत योजना पूरे समय तक चलन में रहेगी और पात्र हितग्राहियों को इसका लाभ जारी रहेगा। दूसरी ओर कई कारणों से आवेदकों के द्वारा अब उन दस्तावेजों की पूर्ति कराई जा रही है जो शुरुआती तौर पर आवेदन करने के दौरान जमा नहीं कराए गए थे। योजना के आवेदन में कई दस्तावेजों की मांग की गई थी। इस बारे में अलग-अलग बिंदु भी शामिल किए गए थे ऐसे में कई चीजें अनिवार्य श्रेणी में रखी गई थी लेकिन अन्य कॉलम में उन्हें वैकल्पिक भी कहा गया था। ऐसे में दस्तावेज के अभाव में या इसे आवश्यक नहीं समझते हुए आवेदकों ने पूर्ति को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई। आनन-फानन में बड़ी संख्या में आवेदन स्वीकृत हो गए जबकि अकेले कोरबा जिले में 17 हजार आवेदन निरस्त भी कर दिए गए। इनमें अधिकांश की जानकारी या तो गलत थी या अविवाहित वर्ग ने भी महतारी वंदन का लाभ लेने के लिए आवेदन कर दिया था। जानकारी में बताया गया कि पिछले कुछ दिनों से शहर के अनेक आंगनबाड़ी केंद्रों में ऐसे आवेदकों की मौजूदगी दर्ज हो रही है जिन्हें मालूम चला है कि उनके आवेदन वापस आ गए हैं। कारण जानने के साथ उन दस्तावेजों को संलग्र किया जा रहा है जो योजना के लिए मांगे गए थे। इसमें अंकसूची के अलावा निवास प्रमाण पत्र और आवेदक के साथ-साथ उसके पति के आधार कार्ड व पेन कार्ड को शामिल किया गया। माना जा रहा है कि इस आधार पर आगे पात्रता तय हो सकती है और क्राइटेरिया में शामिल नहीं होने की स्थिति में संबंधितों को इस योजना से अलग भी किया जा सकता है।
च्वाइस सेंटर और तहसील के चक्कर
महतारी वंदन योजना से प्राप्त होने वाले लाभ को कोई भी नहीं छोडऩा चाह रहा है। इसके लिए वह हर हाल में प्रयत्नशील है। च्वाइस सेंटरों में पिछले कुछ दिनों से भीड़ बढऩी शुरू हो गई है। सभी तरफ खासतौर पर निवास प्रमाण पत्र के लिए लोगों की उपस्थिति हो रही है। जबकि अगले दिनों में लोगों को तहसील कार्यालय के चक्कर लगाते हुए देखा जा सकेगा। जबकि लोकसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के द्वारा कई गारंटी के दावे किये जा रहे हैं।