नईदिल्ली, १8 सितम्बर । हैदराबाद, विपक्षी पार्टियों के गठबंधन आईएनडीआईए में अभी तक सब ठीक चलता नहीं दिख रहा है। हाल ही में हैदराबाद में हुई कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में कई कांग्रेस नेताओं ने आम आदमी पार्टी का खुलकर विरोध किया है। इसी के साथ नेताओं ने आलाकमान से लोकसभी की सीट बंटवारे का फॉर्मूला निकालने में भी जल्दबाजी न करने की हिदायत दी है। पांच राज्यों में आगामी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के बेहतर प्रदर्शन को लेकर आश्वस्त कुछ पार्टी नेताओं ने 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए आईएनडीआईए गठबंधन के सहयोगियों के साथ सीट-बंटवारे की बातचीत को नवंबर तक टालने की मांग की है। उन राज्यों से जहां कांग्रेस सीधे तौर पर आईएनडीआईए गुट के सहयोगियों के साथ प्रतिस्पर्धा में है, वहां के नेताओं ने सीट बंटवारे को टालने को कहा है। सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस कार्य समिति के दो दिवसीय सत्र के दौरान कई नेताओं ने कांग्रेस के साथ आईएनडीआईए गठबंधन को मजबूत करने का समर्थन तो किया, लेकिन उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पार्टी को समान विचारधारा वाले दलों के साथ सीट-बंटवारे की व्यवस्था में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। दो दिवसीय बैठक के दौरान सोनिया गांधी ने आईएनडीआईए गठबंधन को मजबूत करने को कहा, जबकि राहुल गांधी ने कांग्रेस और विपक्षी गुट दोनों को मजबूत करने की बात कही। कुछ नेताओं ने इसके इतर कहा कि विपक्षी गुट को कांग्रेस को नुकसान पहुंचाकर मजबूत नहीं करना चाहिए। सूत्रों ने बताया कि विचार-विमर्श के दौरान, कुछ नेताओं ने आशंका जताई की आम आदमी पार्टी के कई नेता कांग्रेस पर हमला करते रहेंगे। बैठक में पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन, अलका लांबा और प्रताप सिंह बाजवा समेत दिल्ली और पंजाब के कुछ नेताओं ने आम आदमी पार्टी के खिलाफ कई बात भी की।