भोपाल, 0७ अगस्त ।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भोपाल के दंत रोग विशेषज्ञ एडिशनल प्रोफेसर डॉ. अंशुल राय ने अक्ल की टेढ़ी दाढ़ को सीधा कर उपयोग में लाने लायक बनाया।इस पूरे उपचार के शोध एवं प्रक्रिया पर डॉ. राय को केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग ने कॉपीराइट प्रदान किया है। इससे प्रभावित अक्ल दाढ़ को एक छोटी शल्य चिकित्सा द्वारा एक मॉडिफाइड एलीवेटर इंस्ट्रूमेंट के माध्यम से सीधा किया जा सकेगा। महज दो से तीन हफ्ते बाद उस दांत से खाना भी शुरू किया जा सकेगा। इस तकनीक से अक्ल दाढ़ निकलवाने की परेशानी को तो दूर किया ही जा सकेगा, अक्ल दाढ़ निकलवाने में जो खर्च आता है, वह भी कम हो जाएगा।
यह डॉ. राय का दूसरा कॉपीराइट है, जो उन्हें केंद्र सरकार ने दिया है। डॉ. राय ने बताया कि पिछले एक साल में एम्स में सकारात्मक माहौल बना है, निदेशक ने रिसर्च को बढ़ावा दिया है, यह उसी का परिणाम है। आपको भविष्य में और भी कॉपीराइट तथा पेटेंट एम्स से देखने को मिलेंगे।