चिरमिरी। एसीबी सरगुजा की टीम ने एसईसीएल चिरमिरी के महाप्रबंधक कार्यालय में दबिश देकर असिस्टेंट इंजीनियर एवं कार्यालय अधीक्षक को 11 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। असिस्टेंट इंजीनियर व अधीक्षक ने एक ठेकेदार को वर्क आर्डर जारी करने के लिए रिश्वत की मांग की थी। ठेकेदार ने इसकी सूचना एयीती यग्राप्ता की टीम को है ही। एसीबी की टीम ने महाप्रबंधक कार्यालय में अधिकारियों की मौजूदगी में कार्रवाई पूरी की गई। एसीबी की टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक, एसईसीएल चिरमिरी में ठेकेदार अंकित मिश्रा ने टेंडर डाला था। टेंडर उसके नाम पर खुलने के करीब दो माह बाद भी उसे वर्क आर्डर जारी नहीं किया गया था। वर्क आर्डर जारी करने के लिए उसने असिस्टेंट इंजीनियर संजय सिंह एवं कार्यालय अधीक्षक व्ही. श्रीनिवास से संपर्क किया तो दोनों ने वर्क आर्डर जारी करने के लिए 11 हजार रुपये रिश्वत की मांग की जिसकी शिकायत अंकित मिश्रा ने इसकी शिकायत एसीबी कार्यालय अंबिकापुर में की एसीबी सरगुजा की टीम ने फोन से इसकी तस्दीक की।
रंगे हाथों पकड़े गए असिस्टेंट
इंजीनियर व अधीक्षक
एसीबी के डीएसपी प्रमोद कुमार खेस की टीम कार्रवाई के लिए एसईसीएल चिरमिरी के महाप्रबंधक कार्यालय पहुंची। ठेकेदार अंकित मिश्रा ने महाप्रबंधक कार्यालय में पहुंचकर असिस्टेंट इंजीनियर संजय सिंह को 7000 रुपये एवं कार्यालय अधीक्षक व्ही. श्रीनिवास को 4000 रुपये रिश्वत की रकम दी। इशारा मिलते ही एसीबी की टीम ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया। संजय सिंह के पास से रिश्वत की रकम 7000 रुपये एवं व्ही श्रीनिवास के पास रिश्वत की रकम 4000 रुपये जब्त किया गया है। दोनों के खिलाफ धारा 7 व 12 पीसी एक्ट 1988 के तहत कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। कार्रवाई देर शाम तक जारी रही ।