
बलरामपुर। पुलिस अधीक्षक डा लाल उमेद सिंह की पहल पर तीन पूर्व नक्सलियों का परिवार शिक्षा की मुख्य धारा से जुड़ गया है। पुलिस अधीक्षक ने तीन पूर्व नक्सलियों के परिवार के सदस्यों की पढ़ाई का जिम्मा लिया था। सभी का छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की ओपन की परीक्षा में फार्म भी भरवाया था। परीक्षा परिणाम आने के बाद बलरामपुर पुलिस परिवार में भी उत्साह का माहौल देखा गया।
गम्हरिया बलरामपुर निवासी पूर्व नक्सली सीताराम की पत्नी विराजो देवी 10 वीं की परीक्षा द्वितीय श्रेणी से,ग्राम बनौर निवासी पूर्व नक्सली सुपेल महंत 10वीं तृतीय श्रेणी से एवं ग्राम बनौर निवासी पूर्व नक्सली रामअवधेश का पुत्र जनम कुमार सोनवानी तृतीय श्रेणी से उत्तीर्ण हुए। 10वीं कक्षा में उत्तीर्ण हुए सभी को पुलिस अधीक्षक बलरामपुर डा लाल उमेद सिंह द्वारा अपने कार्यालय में बुलाकर उन्हें मिठाई खिलाकर 10वीं उत्तीर्ण करने की बधाई देते हुए सभी को अंकसूची प्रदान की गई। पुलिस अधीक्षक बलरामपुर द्वारा 10वीं उत्तीर्ण करने वाले तीनों को भरोसा दिया गया है कि उनके आगे की पढ़ाई में जो भी खर्च होगा। उसका खर्च वे स्वयं उठाएंगे। बता दें कि 15 जुलाई 2023 को पुलिस अधीक्षक बलरामपुर डा लाल उमेद सिंह द्वारा पूर्व नक्सली सुपेल महंत , सीताराम की पत्नी विराजो देवी एवं पूर्व नक्सली रामअवधेश के पुत्र जनम कुमार सोनवानी की पढ़ाई का जिम्मा लिया गया था। आर्थिक तंगी की वजह से सभी पूर्व में ही पढ़ाई छोड़ चुके थे। यह जानकारी मिलने पर पुलिस अधीक्षक ने स्वयं पहल की थी। सभी का बलरामपुर में 10वीं में दाखिला करा कर पढऩे एवं परीक्षा की तैयारी हेतु पुस्तके, संदर्शिका एवं अन्य आवश्यक पाठ्य सामाग्री देकर सभी को मन लगाकर पढऩे एवं 10वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने प्रेरित किया गया था। पूर्व नक्सली सीताराम की पत्नी विराजो देवी देवी ने कहा कि वह वर्ष 2005 में अत्यधिक गरीबी एवं पैसे की तंगी होने के कारण 10वीं नहीं पढ़ पाई थी जो मजबूरी में पढ़ाई छोड़ दी थी। पुलिस अधीक्षक के सहयोग एवं प्रोत्साहन के कारण आज मैं 10वी की परीक्षा द्वितीय श्रेणी से उत्तीर्ण कर ली हूं।मुझे एवं मेरे परिवार को बहुत खुशी हो रही है। पुलिस अधीक्षक द्वारा पूर्व नक्सली सीताराम की पत्नी विराजो देवी के साथ आई उसकी छोटी बच्ची को गरम कपड़े भी दिलवाया गया।पुलिस अधीक्षक बलरामपुर द्वारा पूर्व नक्सली एवं उनके परिवार को पढ़ाई के साथ-साथ अन्य मदद का भी भरोसा दिया गया है। पूर्व नक्सली एवं उनके परिवार पुलिस की मदद पाकर बहुत खुश हुए एवं पुलिस अधीक्षक बलरामपुर के साथ-साथ पूरी बलरामपुर पुलिस का धन्यवाद किया।