
गरियाबंद। ऑटोमैटिक हथियार के साथ 3 बड़े नक्सली सरेंडर करेंगे। पुलिस ने बताया कि आज सुबह 11 बजे पुलिस लाइन गरियाबंद में वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में 3 बड़े नक्सली कैडर द्वारा ऑटोमैटिक हथियार सहित आत्मसमर्पण किया जाना है। बस्तर की इंद्रावती नदी के पार बसे गांव के ग्रामीणों का कहना है कि, नक्सलवाद से घुटन होती है। लेकिन, अब जब नक्सलवाद खत्म हो रहा है, तो आजादी महसूस कर रहे हैं। ये उस इलाके के वे ग्रामीण हैं जो पहले पुलिस फोर्स को देखकर भाग जाया करते थे। लेकिन अब खुद बिना डरे बेझिझक होकर फोर्स के कैंप पहुंच रहे हैं। सामान ले रहे हैं। इलाज करवा रहे हैं। दरअसल, छिंदनार में सीआरपीएफ 195 बटालियन का कैंप है। इंद्रावती नदी पर बने छिंदनार-पाहुरनार पुल की सुरक्षा समेत इलाके में नक्सलवाद खत्म करने यहां कैंप स्थापित किया गया है। सीआरपीएफ के जवान नक्सल प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों का विश्वास जीत रहे हैं। सीआरपीएफ के जवानों ने सिविक एक्शन कार्यक्रम का आयोजन किया। जब इसकी जानकारी नदी पार के करीब 9 गांव के ग्रामीणों को मिली तो वे खुद कैंप पहुंच गए।