
मनेंद्रगढ़-चिरमिरी। भरतपुर जिले के केल्हारी वन परिक्षेत्र के ग्राम शिवगढ़ में 11 हाथियों का दल पहुंचने से ग्रामीण दहशत में हैं। दो दिन में हाथियों ने 5 से ज्यादा कच्चे घरों को तोड़ दिया है। वहीं बिहारपुर वन परिक्षेत्र में बांस प्लांटेशन में लगे पौधे और फेंसिंग को भी नुकसान पहुंचाया है। गुरुवार को हाथियों ने घरों को भी तोड़ दिया है। हाथियों का दल बिहारपुर रेंज के बीट गरुडोल में विचरण कर रहा है। वन विभाग के अनुसार, हाथी अमृतधारा के रास्ते शहर की ओर आगे बढ़ सकते हैं। बताया जा रहा है कि ये वही हाथियों का दल है, जो हर साल अमृतधारा नगर के रास्ते सलबा कांदाबाड़ी तक जाता है।जंगल से लगे आसपास के गांवों में लगातार हाथी उत्पात मचा रहे हैं। दल में 11 हाथी मौजूद हैं, जिन्होंने गुरुवार को गांव के 2 मकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। इससे पहले बुधवार को हाथियों ने 3 घरों को तोड़ा था। बांस प्लांटेशन में लगे कंटीले तारों की फेंसिंग भी हाथियों ने उखाड़ दी है। हाथी काफी आक्रोशित हैं। हाथियों के दल में शावक भी हैं।इधर ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। हाथियों के ग्राम अमृतधारा पहुंचने पर इस पर्यटन क्षेत्र में लोगों की आवाजाही पर रोक लगाई जा सकती है। वन विभाग द्वारा मुनादी करवाकर ग्रामीणों को हाथियों के क्षेत्र में होने की सूचना दी जा रही है। वन विभाग के अफसरों ने बताया कि हाथी फिलहाल शांत हैं, ऐसे में ग्रामीण उन्हें छेड़ें नहीं। ग्रामीणों से शोर नहीं मचाने की भी अपील की गई है। वहीं नुकसान पर मुआवजा देने के लिए प्रकरण बनाया जा रहा है।हाथियों ने जनकपुर से बिहारपुर के बीच कई जगह धान समेत मक्के की फसल भी बर्बाद कर दी है। यह दल मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ में दाखिल हुआ है। आसपास के गांव में अलर्ट रहने करवा रहे हैं मुनादी हाथियों के दल के उत्पात को देखते हुए वन विभाग आसपास के गांवों में मुनादी करवा रहा है। ग्रामीणों से शांत रहने की अपील की जा रही है। प्रशासन ने भी ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त कदम उठाने की बात कही है। अफसर लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। गांववालों को हाथियों के पास जाने से मना किया गया है। साथ ही जंगल में भी अकेले जाने की मनाही की गई है। हाथियों के मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है।