
अमले के पहुंचने के साथ भाग खड़े हुए वाहन चालक
कोरबा। लंबे समय से जिले में रेत तस्करी का काम बेखौफ चल रहा है। इसे लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। छोटे-मोटे निर्माण कार्यों की बात छोडि़ए अब तक करोड़ों के प्रोजेक्ट में चोरी की रेत खपाई जा रही है। बालको नगर क्षेत्र की एक साइट पर माइनिंग की आज सुबह हुई कार्रवाई ने इसे साबित किया। माइनिंग ने 20 से अधिक वाहनों को यहां जब्त किया। जबकि इनके चालक दुम दबाकर भाग खड़े हुए। प्रकरण में माइनिंग एक्ट के अंतर्गत कार्रवाई की जा रही है।
सूत्रों ने बताया कि बालको रोड पर स्थित बैचिंग प्लांट में अवैध रेत डंप करने की सूचना खनिज विभाग के अधिकारियों को मिली थी। जिस पर आज सुबह खनिज विभाग का अधिकारी दलबल सहित बैचिंग प्लांट पहुंचे। दावा किया जा रहा है कि इस दौरान प्लांट के बाहर रेत से भरी कई गाडिय़ां खड़ी थी। खनिज विभाग के अधिकारियों को देखकर सभी वाहन चालक वहां से फरार हो गए, अधिकारियों द्वारा 15 से 20 गाडिय़ों पर जब्ती की कार्यवाही की गई है।
विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कोरबा बाल्को रोड में स्थित बैचिंग प्लांट के अंदर अवैध रेत भंडारण की सूचना मिली थी जिस पर यह कार्यवाही की गई है। उन्होंने बताया कि कई गाडिय़ां बिना वैधानिक दस्तावेज के रेत का परिवहन कर रही थी। उन पर कार्यवाही की जा रही है। मीडिया से चर्चा करते हुए खनिज विभाग के अधिकारी ने कहा कि बैचिंग प्लांट को विधिवत नोटिस जारी कर रेत भंडारण के संबंध में जानकारी ली जाएगी और संतोष जनक जवाब ना मिल पाने पर खनिज विभाग अधिनियम के तहत बैचिंग प्लांट के ऊपर भी कार्यवाही की जाएगी कोरबा बालको रोड में स्थित बैचिंग प्लांट हमेशा विवादों में घिरा रहा है इसके पूर्व भी नगर निगम द्वारा बैचिंग प्लांट को सील करने की कार्यवाही की गई थी।
बोगस पर्ची का उपयोग करने की खबर
रेत का अवैध परिवहन करने वाले तस्करों द्वारा हाथ से लिखी रायल्टी पर्ची का इस्तेमाल परिवहन के लिए किया जा रहा है। इतना ही नहीं एक दिन पुरानी पर्ची में भी परिवहन किया जा रहा था जिस पर भी कार्रवाई करने के बाद खनिज अधिकारी ने की है।
एसीसी, केसीसी, एल एंड टी में खप रही रेत
तरूण छत्तीसगढ़ को प्राप्त खबरों में बताया गया कि निर्माणाधीन कार्यों के लिए विभिन्न स्तर पर जिम्मेदारी दी गई है। राजनीतिक दलों से जुड़े कई ठेकेदार इस काम में शामिल हैं। पता चला कि अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में कई प्रकार के शार्टकट अपनाए जा रहे हैं। इस कड़ी में चोरी की रेत को शामिल किया गया है। पता चला कि जिस स्थान पर माइनिंग ने कार्रवाई की वहां एसीसी, केसीसी और एल एंड टी नामक कंपनियों का काम चल रहा है और इन स्थानों पर चोरी की रेत को डंप किया गया था।