नईदिल्ली,। एमएसपी पर कानून बनाने समेत विभिन्न मांगों को लेकर दिल्ली कूच पर निकले किसानों ने हरियाणा सीमा से सटे पंजाब के शंभू बार्डर पर मोर्चा लगा लिया है। आज किसान नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों के बीच चंडीगढ़ में तीसरी दौर की वार्ता आयोजित की जाएगी। किसानों ने दूसरे दिन भी जमकर उपद्रव किया, लेकिन हरियाणा ने अपनी सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया। इस बीच, भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां ने पंजाब भर में गुरुवार को दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक रेल ट्रैक जाम करने की घोषणा की है। सरवन सिंह पंढेर ने सीएम मान से अपील की है कि वह भी केंद्रीय मंत्रियों के साथ होने वाली बैठक में शामिल हों जिस तरह वह पहली मीटिंग में शामिल थे। कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने कहा, किसान संगठनों ने जो भारत बंद का ऐलान किया है हम उसका समर्थन कर रहे हैं। कल सासाराम में भारत जोड़ो न्याय यात्रा में राहुल गांधी किसानों के साथ मुलाकात करेंगे। कांग्रेस नेता ने आगे कहा, किसानों पर ड्रोन से आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं। सडक़ों में कीलें लगा दी गई हैं। जिस प्रकार की भाषा का इस्तेमाल किसानों के खिलाफ किया जा रहा है ये निंदनीय है।
किसान देश और समाज की रीढ़ की हड्डी हैं वे अन्नदाता हैं। ये सरकार चंदा दाताओं का सम्मान करती है अन्नदाता का नहीं। किसान नेता सरवन सिंह पंढेर की सरकार से मांग कि किसानों को शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन की अनुमति दी जाए। पंजाब के किसानों के दिल्ली कूच को राजनीति से प्रेरित बताते हुए भारतीय किसान संघ ने इससे किनारा कर लिया है। साथ ही, किसानों के प्रति समाज में नकारात्मक भाव पैदा नहीं करने की अपील की है। स्पष्ट किया कि किसानों के नाम पर हिंसा, अराजकता और राष्ट्रीय संपति का नुकसान होने से समाज में उनके प्रति नकारात्मक भाव जन्म लेगा। इसका खमियाजा संघर्षरत किसानों को चुकाना पड़ता है, इसलिए हिंसक आंदोलन का समर्थन नहीं किया जा सकता। पंजाब और हरियाणा से किसानों के दिल्ली चलो मार्च को लेकर राष्ट्रीय राजधानी के बॉडरों पर सुरक्षा बलों का सख्त पहरा है। सीमाओं पर मजबूत किलेबंदी की गई है। इस कड़ी में सिंघु बॉर्डर पर सुरक्षा के सबसे ज्यादा इंतजाम किए गए। साथ ही टिकरी बॉर्डर को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। कृषि मंत्री मुंडा ने कहा था कि जल्दबाजी में एमएसपी पर कानूनी नहीं बनाया जा सकता है। बातचीत के जरिए समस्याओं को सुलझा लिया जाएगा। केंद्रीय मंत्रियों और किसान नेताओं के बीच आज तीसरे दौर की बैठक होने वाली है। यह वार्ता चंडीगढ़ में होने वाली है। सरकार की ओर से पीयूष गोयल और अर्जुन मुंडा किसानों से बातचीत करेंगे।