
नईदिल्ली, ३१ जनवरी ।
संसद का बजट सत्र बुधवार से प्रारंभ हो रहा है। कल (1 फरवरी) देश का बजट पेश किया जाएगा। मोदी सरकार के कार्यकाल का यह आखिरी बजट है। संसद का यह सत्र 10 दिनों का होगा जो नौ फरवरी तक चलेगा। इसमें कुल आठ बैठकें प्रस्तावित हैं। आज राष्ट्रपति का अभिभाषण होगा, जो दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगी। यह सत्र 10 दिनों का होगा जो नौ फरवरी तक चलेगा। इसमें कुल आठ बैठकें प्रस्तावित हैं। 31 जनवरी को राष्ट्रपति का अभिभाषण होगा, जो दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगी। एक फरवरी को सरकार अपना अंतरिम बजट पेश करेगी। चुनाव के बाद नई सरकार पूर्ण बजट पेश करेगी। प्रल्हाद जोशी ने बताया कि बजट सत्र के लिए सरकार का कोई विधायी एजेंडा नहीं है और उसका जोर राष्ट्रपति के अभिभाषण, धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा, अंतरिम बजट की प्रस्तुति एवं जम्मू-कश्मीर के बजट पर होगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति भवन संसद भवन पहुंच चुकीं हैं। बजट सत्र दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में उनके संबोधन के साथ शुरू होगा। नए संसद भवन में यह उनका पहला संबोधन होगा। पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग आद्तन हुड़दंग करते हैं, दस साल में उन्होंने जो किया, वो अपने संसदीय क्षेत्र में 100 लोगों से पूछ लें कि उन्होंने संसदीय क्षेत्र के लिए क्या किया है, शायद ही कोई क्षेत्र का कोई व्यक्ति बता पाए।
पीएम मोदी ने कहा, साथियों 2024 के वर्ष का राम-राम। इस नए संसद भवन में जो पहला सत्र हुआ था उसके आखिर में इस संसद ने एक बहुत ही गरिमापूर्ण फैसला लिया था, जो नारी शक्ति वंदन अधिनियम था। उसके बाद 26 जनवरी को भी हमने देखा किस प्रकार से देश ने कर्तव्य पथ पर नारी शक्ति के सामर्थ्य-शौर्य को अनुभव किया और आज बजट सत्र का आरंभ हो रहा है तब राष्ट्रपति द्रौपदि मुर्मू का मार्गदर्शन और कल निर्मला सीतारमण द्वारा अंतरिम बजट, एक प्रकार से नारी शक्ति के साक्षात्कार का पर्व है।
संसद के बजट सत्र से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि संसद ने गरिमापूर्ण फैसला लिया है। आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू हमारा मार्गदर्शन करेंगी। वहीं, कल निर्मला सीतारमण कल सदन में बजट पेश करेंगी। यह नारी शक्ति के साक्षात्कार का पर्व है। बजट सत्र से पहले आयोजित सर्वदलीय बैठक में शामिल कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा,जिस तरह से आर्थिक रूप से देश को बर्बाद किया जा रहा है, मैंने वो मुद्दा उठाया। इसके साथ ही राहुल गांधी की न्याय यात्रा पर असम सरकार की ओर से जिस तरह से हिंसक हमला करवाया गया था, इस पर भी चर्चा की गई।’
उन्होंने कहा कि इस सरकार को लगभग 10 वर्ष हो गए। किसान की आय दोगुनी होना तो दूर, लागत निकाल पाना मुश्किल हो रहा है। इसी तरह सरकार अपने सभी विरोधियों पर ईडी, सीबीआइ व इनकम टैक्स की जो रेड करा रही है, वह शर्मनाक और लोकतंत्र के विरुद्ध है।