
जांजगीर चांपा। जैसे जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है वैसा वैसे चुनावी पारा बढने लगा है। लेकिन चुनावी माहौल अब तेज होने लगे है। जैजैपुर विधानसभा इस बार स्थानीय एवं बाहरी मुद्दा हावी होते दिख रहा है। यहां बहुजन समाज पार्टी से लगातार दो बार के विधायक रहे केशव चंद्रा का दबदबा अभी भी कायम है,वहीं कांग्रेस ने इस बार सक्ति जिले के युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष बालेश्वर साहू को प्रत्याशी बनाया है तो बीजेपी ने सक्ति के भाजपा जिला अध्यक्ष कृष्णकांत चंद्र को मैदान में उतारा है। अब भाजपा एवं कांग्रेस दोनों केशव चंद्रा के हैट्रिक को रोकने के लिए दम लगा रही है। लेकिन जैजैपुर विधानसभा में स्थानीय एवं बाहरी प्रत्याशी का मुद्दा हावी होते दिख रहा है। बालेश्वर साहू को अपने साहू वोटरों के अलावा के अलावा सरकार द्वारा किए गए पिछले 5 वर्ष के कार्यों एवं कांग्रेस की घोषणा पर भरोसा है तो कृष्णकांत को बीजेपी के मोदी फैक्टर मोदी पर विश्वास नजर आ रहा है। कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर नाराज होकर जोगी कांग्रेस से चुनाव लड़ रहे टेकचंद चंद्रा से बसपा एवं भाजपा दोनों को नुकसान होने का अंदेशा है क्योंकि चंद्रा वोट को टेकचंद चंद्रा पुराने नेता हैं तथा उनकी समाज में उनका काफी पकड़ है ऐसे में टेकचंद चंद्र के चुनाव लडऩे से सामाजिक वोटो का विभाजन होना स्वाभाविक है। भाजपा और बसपा दोनों को प्रभाव डाल सकता है जिनका तीनों प्रत्याशियों को कड़ी टक्कर मिल रही है।ना
नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया के बाद अब नाम वापसी के इंतजार में प्रत्याशी हैं। 2 नवंबर को नाम वापसी के बाद चुनावी गर्मी और तेज हो जाएगी. हालांकि मौसम का मिजाज जरूर ठंडा है लेकिन चुनावी गर्मी धीरे धीरे तेज हो रही है. अब जनता को मतदान तारीख का इंतजार है।इस बार जैजैपुर विधानसभा के मतदाता फिर से केशव चंद्रा पर विश्वास करते हैं या नए विधायक चुनकर लाते हैं यह 3 दिसंबर को साफ हो जाएगा। लेकिन जिस हिसाब से विधानसभा में देखने को मिल रहा है, जिसमें त्रिकोणी मुकाबला अभी तक स्पष्ट दिखाई देने लगी है। इस विधानसभा में भाजपा, कांग्रेस एवं बसपा के अलावा जोगी कांग्रेस से जो प्रत्याशी बनाए गए हैं वह सभी शिक्षित हैं तथा अपने-अपने क्षेत्र में राजनैतिक महारत हासिल प्राप्त है इन नेताओं मे मतदाताओं को लुभाने का कला विद्यमान है जो अपने-अपने तरीके से मतदाताओं को लुभाने में लगे हुए हैं। भाजपा उम्मीदवार उम्मीदवार कृष्णकांत चंद्रा प्रधानमंत्री के कार्यों को लेकर जनता से वोट मांग रहे हैं तथा प्रदेश की पिछली सरकार को निकम्मा कहते हुए भाजपा को जिताने की अपील कर रहे हैं। वहीं बसपा प्रत्याशी केशव चंद्र अपने पिछले 10 साल के के कामों के दम पर मतदाताओं से वोट मांग रहे हैं तथा आगे भी रुके हुए कार्यों को पूरा करने का वादा आम जनों से कर आशीर्वाद प्रदान करने को कह रहे हैं। कांग्रेस प्रत्याशी बालेश्वर सिंह क्षेत्र साहू प्रदेश सरकार द्वारा किए गए कार्यों के दम पर तथा किसान ही तैसी लिए गए निर्णय के दम पर आम जनों से वोट मांग रहे हैं तथा लोगों को वह विश्वास दिला रहे हैं कि कांग्रेस सरकार ही उनका हिट कर सकती है कांग्रेस प्रत्याशी बालेश्वर साहू को अपने सामाजिक वोटर के अलावा अपने युवा साथियों पर ज्यादा भरोसा है।हालांकि मौजूदा विधायक केशव चंद्र का भी कुछ क्षेत्र में विरोध देखने को मिल रहा है इसका कारण 10 साल लगातार विधायक रहते उन्होंने अपेक्षा के अनुरूप क्षेत्र में विकास नहीं किया है ।अब फिर से जनता के पास जब जा रहे हैं तो जनता विधायक से अपना हिसाब ले रही है।. रोड, नाली, शिक्षा, चिकित्सा, बिजली,रोजगार के मुद्दे पर जहां बहुत जगह केशव चंद्र सफल हुए हैं तो वहीं कुछ जगह उनकी नाकामी भी दिखाई दे रही है इसे जनता ना खुश नजर आ रही है। इतना ही नहीं बल्कि सत्ता पक्ष का विधायक नहीं होने का दुख भी उन्हें समय-समय पर सताने लगती है अब इन सब के बीच कांग्रेस एवं भाजपा, छत्तीसगढ़ जोगी कांग्रेस की पार्टी बसपा के गढ़ को सेंध लगाने में लगी है। देखना होगा कि इस बार किसका पलड़ा भारी होता है। क्या जैजैपुर विधानसभा में कांग्रेस सेंध लग पाएगी या बीजेपी आगे हो जाएगी, या फिर जोगी कांग्रेस का हल चल पाता है या फिर हाथी अपने रफ्तार को तेज करते हुए इस सीट को पुन: जीत पाती है। यह तो सब समय पर ही पता चलेगा किंतु चुनावी मैदान में उतरे सभी प्रत्याशी अपने-अपने स्तर पर मेहनत कर रहे हैं तथा मतदाताओं के बीच जाकर अपनी अपनी दलीलें प्रस्तुत कर रहे हैं, किन की बातों में जनता विश्वास करती है यह तो समय पर ही पता चल सकेगा बहरहाल जहां बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी जैजैपुर विधान सभा को तीसरी बार जीतने के लिए लगे हुए हैं तो भाजपा एवं कांग्रेस पार्टी के अलावा जोगी कांग्रेस तथा अन्य प्रत्याशी इस सीट को छीनने में लगे हैं किसे सफलता मिलती है यह समय पर ही पता चलेगा।