चरचा कालरी। कोमल है कमजोर नहीं तू ,शक्ति का नाम ही नारी है जग को जीवन देने वाली मृत्यु भी तुझसे हारी है* महान कवि सुभद्रा कुमारी चौहान द्वारा लिखित यह कविता नारी शक्ति को समर्पित है और यह संदेश देती है की नारी केवल कोमलता और ममता की प्रतिमूर्ति नहीं बल्कि शक्ति संघर्ष और साहस की भी मिसाल है कविता की उक्त पंक्तियां को चरितार्थ कर रही हैं चरचा कालरी क्षेत्र में काम करने वाली मेहनती महिलाएं ,जो घर के कामकाज करने के अतिरिक्त प्रतिदिन खदान से संबंधित मेहनती कामों व अन्य कार्यों में भी अपने मजदूर साथियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर अपना अद्भुत और अद्वितीय योगदान दे रही हैं क्षेत्र में कार्यरत महिलाएं यह संदेश देती हैं कि नारी को अबला नहीं सबला समझना चाहिए चरचा कालरी में लगभग 70 महिलाएं कार्यरत हैं जो मशीनिस्ट,वेल्डर, सुरक्षा गार्ड,हॉस्पिटल,ऑफिस आदि अन्य जगह में निरंतर अपनी बेहतर सेवाएं दे रही हैं चरचा कालरी के चर्चा ईस्ट वर्कशॉप में काम करने वाली महिलाएं अनीता, प्रमिला, दुलारी बाई ,धनेश्वरी आदि चर्चा वेस्ट कॉलरी में काम करने वाली श्रीमती सरस्वती ,परमेश्वरी आदि कर्मचारी महिलाएं प्रतिदिन दर्जनों की संख्या में लगभग 45 किलो वजनी बेल्ट रोलर को बनती है एवं स्वयं उठाकर फिनिशिंग का काम करती है, लेथ मशीन चलती है वेल्डिंग का काम करती है और काम भी इतनी बारीकी से की लोग यह सोचने को मजबूर हो जाए इतना अच्छा प्रशिक्षण उन्हें कहां से मिला इसी क्रम में सुरक्षा विभाग में काम करने वाली महिलाएं श्रीमती लाल मुनी सुमन एक्का अंजन बाई मंजू अरुण छव्वा भाई बाई आदि हैं जो चर्चा काली के संपत्ति की सुरक्षा में पूरी तरह समर्पित है सुरक्षा विभाग में सुमन एक्का सहायक सुरक्षा उप निरीक्षक के पद पर कार्यरत हैं वहीं लाल मुनी प्रधान सुरक्षा प्रहरी हैं क्षेत्रीय चिकित्सालय चर्चा में विगत 35 वर्षों से श्रीमती एनी .पी .सजी मेट्रन इंचार्ज लगभग 30 वर्षों से सिस्टर मंजू और सिस्टर आराधना सैमुअल मेट्रन अपने कुशल व्यवहार व मिलनसार छबि से क्षेत्रीय चिकित्सालय का नाम रोशन कर रही हैं आराधना सिंबल कुशल मंच संचालक भी है और निरंतर सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में लगी रहती हैं क्षेत्र प्रबंधक कार्यालय में कार्यरत श्रीमती शांति दास गुप्ता अमृता सिंह आदि अकाउंट सेक्शन व सीएमपीएफ विभाग का काम बखूबी संभाल रही है चर्चा क्षेत्र को अपने सभी महिला कर्मचारियों पर बेहद गर्व है एसईसीएल के अतिरिक्त नगर पालिका शिवपुर चर्चा में भी लगभग 70 महिलाएं कार्यरत हैं जो क्षेत्र की सफाई व्यवस्था रोजगार सृजन व अन्य कार्यों में लगी हुई है महिलाओं का योगदान केवल परिवार या सामाजिक दायरे तक सीमित नहीं है बल्कि वह हर क्षेत्र में अपनी भूमिका निभा रही हैं।
8 मार्च को विश्व भर में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है यह दिन महिलाओं की शक्ति और साहस का उत्सव है साथ ही महिलाओं की उपलब्धियां का जश्न मनाने ,उनके संघर्षों को याद करने और समाज में लैंगिक सामान्य और न्याय के लिए एक संदेश देने का अवसर होता है यह दिन हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि कैसे हमने महिलाओं के अधिकारों और उनके योगदान को मान्यता दी है और साथ ही उन बाधाओ को चुनौती देने का भी अवसर है जो महिलाओं के समग्र विकास में अर्चने डालते हैं देश में महिलाओं ने उल्लेखनीय प्रगति की है फिर भी कई क्षेत्रों में चुनौतियां विद्वान है जैसे लैंगिक भेदभाव शिक्षा और स्वास्थ्य सुरक्षा आदि है इन चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए सरकारी नीतियों गैर सरकारी संगठन और समाज के हर वर्ग को मिलकर काम करना आवश्यक है।
चर्चा खदान में महिलाएं न केवल मेहनती और तकनीकी कार्यों में उत्कृष्टता दिखा रही हैं बल्कि सुरक्षा, स्वास्थ्य ,प्रशासन, लेखा जैसे महत्वपूर्ण कार्यों के बीच जिम्मेदारी निभा रही है उनकी प्रतिबद्धता और मेहनत हमारे संस्थान की सबसे बड़ी संपत्ति है हम उनके योगदान की सराहना करते हैं नौकरी में आने वाली अधिकांश महिलाएं ग्रहणी रहती हैं हम उन महिलाओं को स्किल डेवलपमेंट के लिए विशेष कार्यक्रम का आयोजन कर प्रशिक्षण देते है जिससे वे बेहतर कार्य कर सकें, उन्हें समस्त सुविधा प्रदान करना हमारी प्राथमिकता है इस हेतु हम प्रतिबद्ध है।
जितेंद्र कुमार
सहक्षेत्र प्रबंधक चरचा कालरी