
चैंपियन सिरामिक्स के सामने गड्ढे से राहगीर हो रहे परेशान, गड्ढा नहीं पाटने पर मनमोहन अग्रवाल ने दी आत्मदाह की चेतावनी
सीताराम नायक
जांजगीर चांपा। जांजगीर चांपा कोरबा मार्ग पर चैंपियन सिरामिक्स इंडस्ट्रीज के सामने मुख्य मार्ग पर बने जानलेवा गड्ढे से लोग अब परेशान हो चुके हैं जहां रात, दिन में लोग दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं वहीं यह गड्ढा विभागीय अधिकारियों को दिखाई नहीं दे रहा है और ना ही जिला प्रशासन जनता के इस विकराल समस्या को ठीक करने में रुचि ले रहा है। नतीजा यह है कि कोरबा चांपा मार्ग का यह भरी गड्ढा लोगों के लिए जानलेवा बन गया है ।
इस संबंध में अवगत होगी चांपा रेलवे स्टेशन से महज 1 किलोमीटर दूरी पर चांपा से कोरबा जाने वाली मुख्य सडक़ में जो कि चैंपियन सिरामिक्स इंडस्ट्रीज के सामने है। इस मार्ग में भारी वाहनों की आवाजाही से विशाल गड्ढा हो गया है। वहीं इस सडक़ में अनेक जगह पर पानी का जमाव होने के कारण बड़े बड़े गड्ढे होने से राहगीरों को आने जाने में परेशानी हो रही है। यहां केवल बड़े वाहनों कोही नहीं बल्कि चार पहिया एवं दो पहिया वाहनों के संचालक यहां से आते जाते अनियंत्रित हो जाते है जो कई बार इस गड्ढे में गिर जाते हैं।
कई बार मोटर साइकिल सावर व्यक्ति इस जर्जर मार्ग के कारण दुर्घटना ग्रसित हो रहे हैं परंतु इस गड्ढे से कुछ दूरी पर स्थित लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की आंखें ऐसी घटना को नहीं देख पा रही। जो अपने आंखों में पट्टी बांधे हुए है।जिनकी निष्क्रिय के कारण यह मार्ग लंबे समय बाद भी नहीं सुधर पाया है।
विदित हो कि इन गड्ढों को ठीक करने के लिए एक माह पूर्व क्षेत्रीय विधायक व्यास कश्यप के नेतृत्व में यहां कांग्रेसियों द्वारा धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम रखा गया था जिसे अधिकारियों के आश्वासन के बाद धरना प्रदर्शन को बंद किया गया, लेकिन इसके बाद अधिकारियों ने इस ओर पलट कर देखना तक उचित नहीं समझा। नतीजा यह है कि चांपा कोरबा मार्ग की यह समस्या आज भी यथावत है।
चांपा शहर में अनेक भाजपा के नेता हैं जो प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते ही कालर सीधा कर एवं कलफदार कपड़े पहनकर शहर में डींग हांकते रहते हैं लेकिन इन लोगों को नगर की यह बड़ी समस्या दिखाई नहीं दे रही है। जिनके सुस्त रवैया के कारण लोक निर्माण विभाग के अधिकारी लापरवाह हो गए हैं जो जनहित के मुद्दे को सुलझाना तो दूर पलट कर इस ओर देखना तक मुनासिब नहीं समझते। अभी तक जिला प्रशासन मे एक से बढक़र एक कलेक्टर यहां पर पदस्थ हुए किंतु आकाश छिकारा ऐसा कलेक्टर है जिनके नियंत्रण में अधिकारी वर्ग नहीं है । वहीं कमजोर प्रशासनिक क्षमता के कारण लोक निर्माण विभाग के अधिकारी बेलगाम हो गए हैं।
सच कहा जाए तो कलेक्टर आकाश छिकारा से यह जिला नहीं संभल पा रहा है और ना ही इस जिले के विकास कार्यों को गति मिल पा रही है। जिसके कारण लोगों को समस्याओं से जल्द राहत नहीं मिल पा रहा और जनता भाजपा सरकार को कोसने लगी है । यहां यह बताना आवश्यक है कि लोग निर्माण विभाग में वर्तमान में जिस अधिकारी को पदस्थ किया गया है वह इतना निष्क्रिय, भ्रष्ट है कि वह अधिकतर समय बिलासपुर में रहते हैं और आए दिन कार्यालय से नदारत रहते हैं। उनके अधीनस्थ अधिकारी एवं कर्मचारी एक ही रटा रटाया जवाब देते हैं कि साहब काम से बिलासपुर गए हैं या फिर साहब मीटिंग में बाहर गए । इस तरह के निष्क्रिय एवं लापरवाह अधिकारी को यहां पदस्थ रखने से जनता में आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। इनका स्थानांतरण अन्यत्र किया जाना आवश्यक है ।
मनमोहन अग्रवाल ने दी आत्मदाह की चेतावनी
अधिकारियों की इस घोर लापरवाही तथा राजनेताओं की उदासीनता को देखते हुए लंबे समय बाद भी चांपा कोरबा मार्ग का गड्ढा नहीं भरने से चांपा नगर के वरिष्ठ नागरिक एवं मजदूर नेता मनमोहन अग्रवाल ने जिला प्रशासन से साफ तौर पर कहा है की अगर जनता को इस विकराल समस्या से तत्काल राहत नहीं मिली तो वह आत्मदाह कर लेंगे। क्योंकि इस गड्ढे को हुए कई महीने बीत गए हैं जिसको ठीक करने के लिए ना तो शासन ध्यान दे रही है और ना ही प्रशासन। लोगों के इसमें गिरने से उनका हाथ पैर टूटने लगा है। मजदूर नेता मनमोहन अग्रवाल ने लोकहित में आत्मदाह करने की चेतावनी देते हुए जिला प्रशासन से तत्काल जनता को राहत देने के लिए कहा है। उन्होंने कहा है कि वर्तमान में भाजपा की जो सरकार है वह जनता के प्रति अपनी जवाबदारी नहीं निभा है और ना ही आम जनता की सुविधाओं से अधिकारियों से कोई मतलब है, एक छोटा सा गड्ढा नहीं पाट पा रहे हैं।इसलिए अब आत्मदाह करने के सिवाय कोई चारा नहीं है इसलिए लोकहित में यह निर्णय लिया जा रहा है। जनता को इस समस्या से जल्द से जल्द राहत दे अन्यथा वे आत्मदाह करने के लिए विवश होंगे।