
लखनऊ, 31 जुलाई । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ज्ञानवापी प्रकरण काशी विश्वनाथ मंदिर पर दो टूक जवाब दिया है। उन्होंने इस मामले में एक सवाल पर इंटरव्यू के दौरान हमलावर होते हुए कहा कि अगर उसे मस्जिद कहेंगे तो फिर विवाद होगा। मुख्यमंत्री ने साफ शब्दों में कहा कि मुझे लगता है कि भगवान ने जिसे दृष्टी दी है वो देखे ना। त्रिशूल मंदिर के अंदर क्या कर रहा है। हम ने तो नहीं रखे न। ज्योतिर्लिंग हैं देव प्रतिमायें हैं। पूरी दीवारें चिल्ला चिल्ला के क्या कह रही हैं। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने यहां तक कहा कि मुझे लगता है ये प्रस्ताव मुस्लिम समाज की ओर से आना चाहिए कि साहब एतिहासिक गलती हुई है। उसके लिए हम चाहते हैं समाधान हो। 1991 में, काशी विश्वनाथ मंदिर के भक्तों द्वारा एक मुकदमा दायर किया गया था, जिसके पास ज्ञानवापी मस्जिद स्थित है, जिसमें आरोप लगाया गया था कि मस्जिद का निर्माण मुगल सम्राट औरंगजेब के आदेश पर भगवान विश्वेश्वर मंदिर को नष्ट करने के बाद किया गया था।