
कोरिया/बैकुंठपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में जहां एक और अन्य पार्टियों के द्वारा नाम निर्देशन पत्र लिया जा रहा है तो वही बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र सहित छत्तीसगढ़ के 7 विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस पार्टी टिकट वितरण को लेकर संशय की स्थिति में पार्टी के द्वारा कराए गए तमाम सर्वे फेल नजर आ रहे हैं।
जहां पर पार्टी में स्वार्थ नजर आता है वहां सब कुछ बदल जाता है कुछ ऐसा ही बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र में हो गया है यहां पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस अपने कराए गए तमाम सर्वे में फेल नजर आ रही है और इसका परिणाम यह हो रहा है कि कांग्रेस अपना परंपरागत वोट बचा पाने में नाकाम नजर आ रही है। पार्टी कार्यकर्ताओं के द्वारा कुछ भी कह और कर पाने की स्थिति नजर नहीं आ रहे हैं जिस प्रकार कोरिया जिले की बैकुंठपुर विधानसभा विगत 5 वर्षों में विकास से कोसों दूर रही तो वही जिले के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की उपेक्षा किसी से छुपी नहीं है और परिणाम यह हुआ कि जिले में कांग्रेस के अस्तित्व पर खतरा नजर आ रहा है जब जिले के विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं की यह स्थिति है तो आम मतदाता का क्या हश्र होगा यह सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है जबकि कोरिया जिले का बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र कांग्रेस का गढ़ हुआ करता था लेकिन कांग्रेस पार्टी के द्वारा अपने ही वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की उपेक्षा के कारण ऐसी स्थिति में यह कहना कोई नहीं बात नहीं होगी कि जिले के बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र में मुख्य भूमिका के रूप में भारतीय जनता पार्टी तथा गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ना हो जाए जिस प्रकार पूर्व में जिला पंचायत के हुए चुनाव में बैकुंठपुर में गोंडवाना गण तंत्र पार्टी दूसरे स्थान पर रही मामला चाहे जो भी हो लेकिन कांग्रेस के द्वारा अपना प्रत्याशी घोषित नहीं कर पाने से जिले में कांग्रेस टूट की कगार पर नजर आ रही है अब आने वाला समय बताया कि क्या कांग्रेस पार्टी बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र के मजबूत जन आधार को तथा मजबूत संगठन को बचा पाने में नाकाम रहती है या नहीं यह तो आने वाला समय ही बताएगा।